कोशी शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन पुलिस महानिदेशक ने शराब के दुष्परिणामों से किया आगाह
सहरसा से V & N की रिपोर्ट : परमहंस संत लक्ष्मीनाथ गोसाईं कला भवन में आयोजित कोशी शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार को कार्यक्रम का समापन बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पाण्डेय के उद्बोधन से हुआ। इस अवसर पर आयोजकों ने महानिदेशक को वृक्ष एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून एक अध्यात्मिक क्रांतिकारी कदम है, जिस दिन पूरी दुनिया से शराब, मादक पदार्थ व नशा खत्म हो जायेंंगे तो अपराध भी पूूरी तरह से खत्म हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के नशा सेवन से बुद्धि कुंठित होती हैं और बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है। परिणामस्वरूप वह अपराध करने लगाता है। शराब मनुष्यता को मारने वाला जहर है। उन्होंने कहा कि केवल कानून बनाने मात्र से शराब बिकना बंद नहीं होगी।
जैसे हत्या, डकैती, चोरी के लिए भी कानून बना हुआ है। लेकिन अब भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून के बाद लोग चोरी छिपे घरों में शराब पी रहे हैं। जिस दिन यह जनता जाग जायेगी, उस दिन से चोरी छिपे शराब पीना भी खत्म हो जायेगा। बस सभी को संकल्प लें कि हम बुरे लोगों का साथ नहीं देंगे। जिस दिन समाज में पूरी तरह से जागृति और जन चेतना आयेगी और हम अपराधियों को सहयोग या संरक्षण नहीं देंगे, उस दिन अपराध पूरी तरह खत्म हो जायेंगे।
कार्यक्रम के पहले सत्र में पलायन पर चर्चा की गई, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार पुष्य मित्र, मधेपुरा टाइम्स के संस्थापक राकेश कुमार सिंह तथा अमेरिका में प्रसिद्ध कानूनविद कुमार शानू ने कोशी क्षेत्र से पलायन एवं समाधान पर विचार व्यक्त किये।द्वितीय सत्र में साहित्यनामा में हिन्दी एवं मैथिली कविता पाठ किया गया। जिसमें राजेश कमल के संचालन में कला एवं संस्कृति विभाग के सचिव तारानंद वियोगी, अविनाश दास, संतोष झा, युवा कवि बालमुकुन्द एवं अभिषेक सूर्यवंशी ने क्षेत्रीय तथा राष्ट्रीय विषयों पर गंभीर कविता पाठ किया।
कार्यक्रम के परिकल्पक सोमू आनंद ने बताया कि छोटे-छोटे विचारों से बड़े-बड़े परिवर्तन संभव है। दूसरे सम्मेलन में मिथिला के पलायन समस्या और समाधान पर विचार विमर्श किया गया। मंच संचालन राजा रवि ने किया। कार्यक्रम में कृष्णा भारद्वाज, राकेश झा, प्रशान्त वत्स, जयंत जोशी ,शिवम वर्मा, विश्वराज, पूजा, हर्षिता आदि ने सराहनीय भूमिका निभाई। इस अवसर पर डीआइजी सुरेश प्रसाद चौधरी तथा आरक्षी अधीक्षक राकेश कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।
ये भी पढ़ें : सहरसा : डीजीपी का औचक निरीक्षण, पुलिस महकमा में मचा हड़कंप