नेपाली पर रंगदारी सहित कई प्रकार के मामले हैं दर्ज, नामचीन सफेदपोश का है उसको संरक्षण प्राप्त
सदर थानाध्यक्ष राज मणि के नेतृत्व में महिषी थाना क्षेत्र के महपुरा गांव से किया गया गिरफ्तार
सहरसा से भार्गव भारद्वाज की रिपोर्ट :-
सहरसा पुलिस बल में गत दिनों एसपी सहरसा द्वारा किए गए तबादले का असर शुरू हो गया है। तबादले के बाद सदर थानाध्यक्ष बनाए गए बख्तियारपुर थाना में पद स्थापित थानाध्यक्ष राज मणि की ठनक देखने को मिला है।
गुरुवार को सदर थानाध्यक्ष राज मणि के नेतृत्व में पुलिस बल ने गुप्त सूचना के आधार पर महिषी थाना क्षेत्र के महपुरा गांव से शातिर बदमाश जितेंद्र सिंह उर्फ नेपाली को गिरफ्तार कर लिया है हालांकि छापेमारी की भनक लगते ही उनके कुछ साथी हथियार लेकर फरार हो गया। इसी का कारण है कि उनके पास से कोई हथियार बरामद नहीं हो सका है।
थानाध्यक्ष राज मणि ने शुक्रवार को सदर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ बदमाश अपने साथियों के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए महिषी थाना क्षेत्र के महपुरा गांव में डेरा डाले हुए हैं। स्वयं पुलिस बलों के साथ छापेमारी कर उसको गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार बदमाश से पुछताछ की गई है। कई मामले में उन्होंने अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है जिनमें गत वर्ष दिसंबर में सदर थाना क्षेत्र के कपड़ा पट्टी में रंगदारी मांगने के उद्देश्य से अपने गुर्गों के साथ सरेआम गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया था हालांकि उस वक्त नेपाली सिंह भागने में सफल हो गया था लेकिन उसके गुर्गे पकड़ में आ गए थे।
वही पुलिस सुत्रों के हवाले से मिली जानकारी पर गौर करें तो नेेपाली सिंह के सर पर कई नामचीन सफेदपोश हस्तियों का हाथ है वह इन लोगों के संरक्षण में रहकर एक के बाद एक रंगदारी सहित अन्य प्रकार के घटनाओं को अंजाम दे कर सुरिक्षत रह जाता था। इनकी गिरफ्तारी से आमजनों को राहत हुई है हालांकि कई सफेदपोश नेताओं के रंग उड़ने की बात कही जा रही है चुंकि उन्हें डर सता रहा है कि कही नेपाली ने पुलिस के समक्ष अपना मुंह खोला तो वेनकाब हो जाएंगे।
अब देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि नये दबंग थानाध्यक्ष राज मणि इस ओर कहां तक सफल हो पाते हैं। हालांकि राज मणि की मानें तो शहर में अपराध पर नियंत्रण करना उनकी पहली प्राथमिकता है इस मामले में कोई भी बीच में आएगा तो उसे बक्शा नहीं जाएगा।