सहरसा से रितेश/ब्रजेश की रिपोर्ट :-
विभिन्न ट्रेंड युनियनों के द्वारा आयोजित राष्ट्रवादी हड़ताल का असर सहरसा जिला मुख्यालय सहित अन्य स्थानों पर देखा गया। अपनी मांगों के समर्थन में हर तरह सुबह से ही लाल झंडा सहित अन्य बैनर लहराते देखा गया।
सहरसा मुख्यालय में आंगनबाडी सेविका,रसोइया संघ और आशा संघ कार्यकर्ता भी इस हड़ताल में शामिल होकर थाना चौक, डुमरैल चौक के साथ साथ शंकर चौक कचहरी ढाला को जाम कर जमकर प्रदर्शन कर किया। जिससे सभी सभी जगहों पर आवागमन बाधित रहा।
वही दूसरी तरफ शहर का दूकानों बंद कराया गया है। पूरे शहर की नाकाबंदी कर रसोईयां संघ और आंगन बाड़ी कर्मियों का प्रदर्शन चला, हाथ में माइक लेकर महिलाए सरकार के नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रही थी। वहीं ट्रेड यूनियन के तहत बैंककर्मियों ने बैंकों में तालाबन्दी कर हडताल किया है।
वही सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र में भी हड़ताल का असर देखा गया।
पूर्व मध्य रेलवे के सहरसा मानसी रेलखंड के बीच सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन पर बुधवार को बिहार राज्य मिड डे मील वर्कर्स रसोईया यूनियन के तत्वाधान में रेल पटरी पर धरना प्रदर्शन कर 23225 इंटरसिटी एक्सप्रेस गाड़ी को लगभग 25 मिनट तक रोककर महिलाओ ने प्रदर्शन किया।
जिसके कारण इस खंड की रेल यातायत पर असर पड़ा है। मालूम हो कि प्रखंड में कार्यरत रसोईयाओं ने राज्य-केन्द्र सरकार द्वारा एमडीएम रसोईया के वाजिव एवं न्यायोचित मांगों की लगातार अनदेखी, उपेक्षा तथा वादा खिलाफी के खिलाफ अपने अधिकार मांगने के लिए पिछले दिनों से लगातार हड़ताल जारी है।
यह आंदोलन बिहार राज्य मिड डे मील वर्कर्स रसोईया यूनियन के आह्वान से शुरू किया गया था। सिमरी बख्तियारपुर के रसोईया ने सबसे पहले बुधवार को बीआरसी कार्यालय में मुख्य गेट के पास धरना पर बैठ जमकर प्रदर्शन किया। वही सलखुआ-सहरसा सड़क मार्ग के डाकबंगला चौक स्थित चारों तरफ से सड़क जाम कर सड़क पर सभी बैठ गए थें।