सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री रहे मौजूद, डीएसपी, दरोगा छोड़ जिला प्रशासन के अधिकारी रहे नदारद



पैतृक गांव सरौंजा में शहीद आशीष को नम आंखों से सैकड़ों लोगों ने दी अंतिम विदाई


शहीद के गांव सरौंजा से लौटकर ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष अपराधियों के साथ मुठभेड़ में शुक्रवार रात शहीद हो गए प्रखंड के सरौंजा गांव निवासी जांबाज दरोगा आशिष कुमार सिंह का रविवार सुबह उनके गांव में अंतिम संस्कार कर पंचतत्व में विलीन कर दिया गया।

उनके सात वर्षीय पुत्र शौर्यमान ने जैसे ही पिता को मुखाग्नि दी सैकड़ों आंखें गमहीन हो छलक गई। सुबे के आपदा प्रबंधन मंत्री सह स्थानिय विधायक दिनेश चंद्र यादव, पूर्व विधायक अरुण कुमार यादव, पूर्व विधायक संजीव झा, डीएसपी मृदुला कुमारी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोगों की मौजूदगी में शहीद को पंचतत्व में विलीन किया गया। 

हालांकि जिले के आला अधिकारियों सहित अनुमंडल प्रशासन के एक मात्र पदाधिकारी डीएसपी, दरोगा को छोड़ किसी के नहीं पहुंचने पर परिजनों सहित स्थानिय लोगों में काफी आक्रोश देखा गया। स्थानिय लोगों का कहना था कि इससे बड़ी संवेदनहीनता और क्या हो सकती है कि डीएम,एसपी,एसडीओ, बीडीओ,सीओ में से एक भी पदाधिकारी शहीद के सहादत पर झांकने तक की जहमत उठाना मुनासिब नहीं समझा जबकि आज रविवार यू भी कार्यालय में छुट्टी रहती है। 

इससे पूर्व शनिवार देर रात्रि तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर सिमरी बख़्तियारपुर के सरौंजा गांव स्थित उनके घर लाया गया। इस दौरान गांव के साथ ही आसपास के क्षेत्रों से बडी संख्या में लोगों ने शहीद आशीष को श्रद्धांजलि अर्पित की। वही रविवार सुबह  बिहार सरकार में आपदा मंत्री दिनेश चंद्र यादव, पूर्व विधायक अरुण यादव, डीएसपी मृदुला कुमारी सहित अन्य ने आशीष के घर पहुंच परिजनों से मिल संतावना दी।

इस मौके पर बिहार सरकार में आपदा मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि आशीष सिंह की शहादत पर गर्व है, इन्होंने अपनी जान देश के लिए न्योछावर की है।

पूर्व विधायक अरुण यादव ने कहा कि आज इस बेटे ने साबित कर दिया कर्तव्य और निष्ठा से बढ़कर कुछ नहीं है सहादत पर हमें गर्व है। 

भाजपा नेता संजीव झा ने कहा कि आज देश और हमारा समाज ने एक जांबाज बेटा खो दिया जिसका दुख हमें यह अपुर्णिय क्षति है। लेकिन आज सबसे दुख इस बात का है कि ऐसे मौके पर जिला प्रशासन का रवैया अशोभनीय है। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को एक करोड़ मुआवजा एक नौकरी एवं बच्चों का शिक्षा की जिम्मेदारी सरकार लें।

वही डीएसपी मृदुला कुमारी ने कहा कि शहीद आशीष ने दियारा को अपराध मुक्त बनाने के लिए जिस साहस और निडरता के साथ अपराधियो का सामना किया वह काबिलेतारीफ है। देश उनका यह उपकार कभी नही भूलेगा।

इस मौके पर विजय वसंत, प्रो गौतम कुमार, सिद्धार्थ सिंह, विजय सिंह, संजीव भगत, राजवीर सिंह, मायानंद सिंह, प्रिस कुमार, राजा कुमार, संजीव कुमार, राहुल सिंह सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।