बनमा इटहरी प्रखंड के एम्बुलेंस के सहारे चल रहा है अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर 


जरूरत पर एम्बुलेन्स नही मिलने पर हंगामा करते है मरीज के परिजन


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती।


सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र के लाखों की आबादी के स्वास्थ का सहारा अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर आज अपने बदहाली पर आंसू बहाने को मजबूर हैं लेकिन यहां के राजनेता से लेकर सुबे की सरकार को कांन में जूं तक नहीं रेंग रही है। 

यहां अनुमंडलीय अस्पताल की सुविधा की कौन पुछे एक अदद एम्बुलेंस तक नसीब नहीं है। यहां कार्यरत एम्बुलेंस खराब हो तो उसे ठीक कराने की जहमत किसी ने उठाया है लिहाजा बगल के बनमा-ईटहरी प्रखंड में कार्यरत एम्बुलेंस के सहारे यहां भी कार्य होता है।


प्रतिदिन 600 से 700 मरीज का होता है इलाज –


अनुमंडलीय अस्पताल में प्रतिदिन 5 से 6 सौ मरीज यहां आते हैं।  लेकिन इमरजेंसी में जो मरीज आता है उसे समय पर एम्बुलेंस की सुविधा नही मिल पाता है। जिस कारण यहां के लोगो को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। अगर एमरजेंसी मरीज आ गया तो फिर बनमा के एम्बुलेंस को फोन करके बुलाया जाता है या फिर ये एम्बुलेंस मरीज को लेकर जिला जाता है तो काफी मरीज को परेसानी उठाना पड़ती है। ऐसा लगभग बराबर होता है । जिस कारण मरीज के परिजन बराबर एम्बुलेंस के लिए अस्पताल में हंगामा करता है। ये सब अस्पताल में उपस्थित डॉक्टर या स्टाफ को सहन करना पड़ता है।

एनजीओ के जिम्मे है एम्बुलेंस –


जब से एनजीओ के जिम्मे एम्बुलेंस को दिया गया है तब से स्थिति बद से बदतर हो गया है। सिमरी अनुमंडल में दो एम्बुलेंस हुआ करता था। एक एम्बुलेंस लगभग दो साल पूर्व ही दुर्घटना ग्रस्त दिवारी नहर के पास हो गया था। उसके बाद जब एम्बुलेंस आया तो एनजीओ के द्वारा देख-रेख कर रहा था। दूसरा एम्बुलेंस लगभग 6 महीने पूर्व से खराब हो गया है, एव पुराना पीएचसी के मैदान में सड़ रहा है। मधेपुरा सासंद पप्पू यादव के द्वारा सासंद मद से एक एम्बुलेंस बनमा इटहरी पीएचसी को दिया। अब यही एक मात्र एम्बुलेंस बनमा में कम सिमरी के मरीज को दिन-रात ढो रहा है। स्थिति यह है कि एकमात्र एम्बुलेंस दिन भर में कम से कम चार-पांच चक्कर लगा रहा है। 


क्या कहते है अनुमंडलीय अस्पताल उपाधीक्षक –


अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर के उपाधीक्षक एन के सिंह ने बताया अनुमण्डल अस्पताल में एक भी एम्बुलेंस नही है। बनमा इटहरी पीएचसी के एम्बुलेंस से किसी तरह यहां के मरीज को जिला भेजा जाता है। जिस कारण मरीज के परिजन बराबर हंगामा करता है। पुराना एम्बुलेंस खराब रखा है।