जिसके लिए समाज पहले बाद में परिवार होता है वही शहादत दे सकता है : डीजी गुप्तेश्वर पांडे


शहीद आशीष के समाधि स्थल पर स्मारक निर्माण की रखी गई नींव


खगड़िया सांसद,डीएम,डीटीओ, सम्राट चौधरी, रेणु कुशवाहा, चेतन आनंद सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधी कार्यक्रम में हुए शामिल


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-


खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के सरोजा गांव निवासी शहीद आशीष के संपींडन कार्यक्रम के मौके पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। 

इस कार्यक्रम में बिहार के डीजी गुप्तेश्वर पाण्डेय, खगड़िया सांसद चौधरी महबूब अली कैसर, खगड़िया डीएम अनिरूद्ध प्रसाद,डीटीओ पुरूषोत्तम कुमार,सीओ बेलदोैर अमित कुमार, भाजपा नेता सम्राट चौधरी,पूर्व मंत्री रेणू कुशवाहा,विजय कुशवाहा,चेतन आनंद, पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना, सहरसा उपविकाश आयुक्त राजेश कुमार,एसपी सहरसा राकेश कुमार,सदर एसडीपीओ, एसडीओ सिमरी बख्तियारपुर अरविंद कुमार, डीएसपी मृदुला कुमारी सहित बड़ी संख्या में सहरसा, खगड़िया, मधेपुरा के जनप्रतिनिधीगण सिरकत किए। 

सबसे पहले शहीद दरोगा के समाधि स्थल पर उपस्थित लोगों ने ईट रख स्मारक का आधारसिला रखा। उसके बाद श्रद्धांजलि कार्यक्रम की शुरुआत की गई। 

पूर्व विधायक अरुण कुमार यादव के संचालन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए ।

डीजी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि आज सरोजा सहित पुरे राज्य को शहीद आशीष की वीरता पर गर्व महसूस कर रहा है।  उन्होंने कहा कि इस दुःख की घडी में पुरा पुलिस परिवार शहीद के परिजनों के साथ खड़ा है। मैं इनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, उन्होंने कहा कि शहीद के मजारों पर हर बरस लगेंगे मेले बाकी वतन पर मरने वालों का यही निशां होगा। 

उन्होंने कहा कि आशीष के अन्दर समाज पहले परिवार बाद में था इसलिए उन्होंने स्कूल से छुट्टी पर आए बच्चों को चौकिदार के साथ छोड़ कर बदमाश को पकड़ने निकले गया। उन्होंने कहा कि ना मंदिर में ना मस्जिद में ना रामायण ना गीता पर ना काली,ना दुर्गा पर,ना गौ गौरी पर ना सीता पर,ना गंगा के ना यमुना के कगारो पर चढ़ेगा फुल यह मेरा शहीदों के मजारों पर।

वही खगड़िया सांसद चौधरी महबूब अली कैसर ने अपने संबोधन में कहा कि शहीद आशीष सिंह का बलिदान सुनहरे अक्षर में याद रखा जायेगा। जिस दिन यह घटना हुई उस दिन मैं पोर्ट ब्लेयर जा था। उसी दौरान यह दुखद खबर की जानकारी मिली। ये कुर्बानी से लोग सीखे और हिम्मत और जज्बा के साथ पुलिस और सेना में जा देश की सुरक्षा करे। यह घड़ी परिवार के लिए कष्टदायक है।पुलिस महकमा को धन्यवाद जिन्होंने इस पीड़ा में कदम से कदम मिला साथ दिया।