सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती।
खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष सिमरी बख्तियारपुर के सरौंजा गांव निवासी आशीष कुमार सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार देर रात करीब नौ बजे उसके पैतृक गांव दर्जनों वाहनों के काफिले के साथ पहुंचा।
रविवार सुबह नौ बजे के बाद शहीद आशिष का अंतिम संस्कार शहीद सम्मान के साथ उसके पैतृक गांव सरौंजा में किया जाएगा।
इससे पूर्व शुक्रवार देर रात पुलिस अपराधी मुठभेड़ में उसकी सहादत के बाद पोष्टमार्टम उपरांत पार्थिव शरीर दोपहर खगड़िया पुलिस लाइन लाया गया जहां उन्हें श्रद्धाजंलि दिए जाने के उपरांत डुमरी पुल के रास्ते शहीद आशीष का शव का काफिला सोनवर्षा राज होते हुए भवटिया के रास्ते रामपुर होते हुए रानीबाग,पुरानी बाजार के रास्ते सिमरी बख्तियारपुर के बलवाहाट स्थित उसके पैतृक गांव सरौंजा पहुंचा।
इससे पूर्व रास्ते भर दर्जनों दोपहिया – चार पहिया वाहनों का काफिला शव वाहन के साथ शहीद के पैतृक गांव पहुंचा। पुरानी बाजार से युवाओं की मोटरसाइकिल टीम रास्ते भर आशीष कुमार अमर रहे,जबतक सुरज चांद रहेगा आशिष तेरा नाम रहेगा जैसे नारो से इलाका गुंजायमान रहा।
वही जैसे ही शहीद का शव घर पहुंचा शहीद के माता पिता के अलावे परिजनों के सब्र का बांध टूट गया घर के परिजनों के चीत्कार से हर किसी की आंखे नम हो गई। सैकड़ो की संख्या में उपस्थित भीड़ ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर शहीद आशीष को श्रद्धांजलि दी।
मृतक के परिजनों ने बताया कि शनिवार सुबह नौ बजे शहीद आशीष कुमार को शहीद सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जायेगी। रात भर शव को घर पर दर्शन के लिए रखा गया है।
वही घर शव पहुंचने पर सिमरी बख्तियारपुर डीएसपी मृदुला कुमारी, राजद नेता जफर आलम,बख्तियारपुर थानाध्यक्ष रणवीर कुमार, बलवा ओपी अध्यक्ष पंचलाल यादव सहित दर्जनों की संख्या में पुलिस बल के अलावे सैकड़ों लोगों की भीड़ मौजूद रही।