तीन बच्चों के पिता मृतक अरविंद तीन भाईयों में सबसे है बड़ा


पत्नी डीआईजी आफिस में महिला कांस्टेबल पद पर तो पिता रिटायर्ड इन्स्पेक्टर


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-


सहरसा जिले के सदर थाना गेट के सामने सोमवार देर शाम कचरा जलाने के विवाद में दो दुकानदारों के बीच उत्पन्न विवाद में एक दुकानदार सिमरी बख्तियारपुर के बरहकुरबा गांव निवासी अरविंद पंडित उर्फ अरूण की मौत लोहे के रॉड से प्रहार करने से हो जाने के बाद देर रात शव को गांव लाया गया। 

मृतक अरविंद की पत्नी नीलम देवी डीआईजी आफिस में महिला कांस्टेबल पद पर कार्यरत हैं। वह पत्नी व बच्चों के साथ सहरसा में ही रहता था वह खुद एक कुशल पेन्टर होने की वजह से अपना एक गाड़ी का नंबर प्लेट लिखने एवं बनाने का दुकान चलाता था। 


सुबह आसपास के लोगों के आने के बाद माहौल इस कदर गमहीन हो गया कि हर कोई एक दुसरे का मुंह देख मानो ये सवाल कर रहा था कि यह क्या हो गया।


बदहवास पत्नी नीलम को महिलाएं ढांढस बंधाने का काम कर रहे थे। वहीं तीनों बच्चे आंगन में रखें गये पिता के शव से मानो यह पुछ रहा था क्यों हम लोगों को छोड़ चले गए।

करीब 40 वर्षीय मृतक अरविंद को दो पुत्र एवं एक पुत्री है। सबसे बड़ा पुत्र 19 वर्षीय सोनू कुमार एवं 17 वर्षीय पुत्री मोनिका कुमारी व सबसे छोटे पुत्र 15 वर्षीय बादल कुमार सहरसा में ही मां बाप के साथ रह कर पढ़ाई करता था। 


झारखंड कैडर के रिटायर्ड इन्स्पेक्टर पिता हरिमोहन पंडित इस प्रकार गमहीन हो बैठा रहा अचानक लोगों के सामने कुछ पुछे जाने पर कहा हे भगवान यही दिन दिखाने के लिए मुझे जिंदा रखा कि इस उम्र में अपने पुत्र की अर्थी को कंधा दूं‌। ये दिन देखने से पहले आप मुझे उठा क्यो नही लिया। वहीं मृतक अरविंद की मृतक की माँ रात से ही रह रह कर बैहोश हो रही थी डाक्टरों के द्वारा उसका इलाज किया जा रहा था।

पत्नी लड़ चुकी है मुखिया पद का चुनाव –


मृतक अरविंद अपने पंचायत क्षेत्र में काफी मिलनसार लोगों में आते थे। मृदुभाषी अरविंद पत्नी के नौकरी में जाने से पहले 2006 के पंचायत चुनाव में मुखिया पद से चुनाव मैदान में आया था। हालांकि वह चुनाव हार गया लेकिन दुसरे स्थान पर वोट लाने में कामयाब रहा था। लेकिन गांव की राजनीति के बीच पत्नी का चयन पुलिस बल में हो जाने के बाद वह सपरिवार गांव से सहरसा में ही रहने लगा। पर्व त्यौहार पर वह घर हमेशा आता रहता था।


वहीं परिजनों ने कहा कि हम लोगों की पुलिस प्रशासन से एक ही मांग है कि दोषियों के विरुद्ध स्पीड ट्रायल चला कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाय।