अनुमंडल स्थापना दिवस बैठक में विपक्षी दलों को नहीं किया गया आमंत्रित


एसडीओ पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए विपक्षी दलों ने कहा स्थापना दिवस के नाम अवैध वसूली बर्दाश्त नहीं


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) Brajesh Bharti.


अगामी 22 सितंबर को 26 वां अनुमंडल स्थापना दिवस पर विपक्षी दलों ने एसडीओ सिमरी बख्तियारपुर के विरुद्ध खुल कर मोर्चा खोल दिया है। 

विपक्षी दलों के नेताओं ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ दल को खुश करने स्थापना दिवस पर अवैध वसूली के लिए जानबूझकर सोमवार को एसडीओ के द्वारा बुलाई गई बैठक में विपक्षी दलों के लोगों सहित इस अनुमंडल क्षेत्र के कई गणमान्य लोगों को नहीं बुलाया गया। 


इस संबंध में बुधवार को पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष सह लोजद प्रदेश उपाध्यक्ष रितेश रंजन के आवास पर विपक्षी दल की एक बैठक आयोजित कर इस बात पर चर्चा की गई। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी सिमरी बख्तियारपुर अरविंद कुमार के कार्यकलाप पर विस्तृत चर्चा की गई। 


इस संबंध में उपस्थित नेताओं ने एक संयुक्त हस्ताक्षरित प्रेस विज्ञप्ति जारी कहा है कि अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार अनुभवहीनता एवं आकंठ भ्रष्टाचार के शिकार है एवं सत्ताधारी दल के एजेंट के रूप में कार्य कर रहे हैं। इनका रवैया पूर्णत: जनविरोधी है। 


विपक्षी दलों के नेताओं जारी पत्र में कहा कि कि बीते 11 सितंबर को अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा अनुमंडल स्थापना दिवस समारोह को लेकर जो विशेष बैठक आयोजित की गई थी,इस बैठक में तमाम विपक्षी दल के नेता एवं स्थानीय समाजसेवी, नगर पंचायत, प्रबुद्ध लोगो को आमंत्रित ना कर सिर्फ सत्तारूढ़ दल के लोगों को  आमंत्रित नही किया जाना इनके हिटलरशाही स्वभाव का परिचायक है। शायद अनुमंडल पदाधिकारी इस बात को भूल चुके हैं कि सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल की स्वीकृति उस समय के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा 22 सितंबर 1992 को उनके कर कमलों द्वारा उद्घाटन किया गया था। 


सबसे बड़ी बात तो यह है कि नगर पंचायत में अनुमंडल स्थापना दिवस मनाया जा रहा है उसी नगर पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष समेत किसी भी वार्ड पार्षद को इसकी सूचना नहीं दी गई। विपक्षी दलों के नेताओं ने कहा कि यहां के अनुमंडल पदाधिकारी सत्तादल के जनप्रतिनिधि के दबाव में अनुमंडल पदाधिकारी सत्तारूढ़ दल का स्थापना दिवस के रूप में मनाना चाहते हैं जिसका हम सभी विपक्षी पार्टी के लोग घोर विरोध करते है। इस बार का स्थापना दिवस को दो दिवसीय मनाने का निर्णय लेना एवं लाखो रुपये चंदा के रूप में डीलर, आंगनबाड़ी, भ्रमणशील डीलर, एफसीआई गोदाम, कृषि विभाग, ठीकेदार आदि से वसूली का लक्ष्य रखना एसडीओ की कार्यप्रणाली को दर्शाता है। वही उसी उगाही का अंतोगत्वा असर आम जनमानस पर भी पड़ता है। हम लोग इस तरह अवैध चंदा उगाही का विरोध करते हैं। इसलिए हम लोगों ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि इस अनुमंडल स्थापना दिवस को सत्तारूढ़ दल का स्थापना दिवस के रूप में मनाने का प्रयास एवं उस दल के नेताओं को महिमामंडित करने का प्रयास में सुधार नहीं किया गया एवं अवैध चंदा उगाही को नही रोका गया तो हमलोग चरणबद्ध आंदोलन के लिए विवश होंगे एवं इसकी सारी सूचना वरीय पदाधिकारी को दी जायेगी।

इस मौके पर लोजद नेता रितेश रंजन, राजद के पूर्व प्रदेश महासचिव अभय कुमार, प्रखंड राजद अध्यक्ष हैलाल अशरफ, युवा राजद अध्यक्ष बरकत अली, रणवीर यादव युवा, राजद नेता विपिन भगत, युवा राजद अध्यक्ष सलखुआ चंदन यादव, जाप नेता मनोज कुमार, जाप नेता संजय यादव, कांग्रेस नगर अध्यक्ष सचिन स्वर्णकार, समाजसेवी विपिन यादव, पूर्व समिति मुकेश यादव, निर्मल ठाकुर, वार्ड पार्षद नरेश निराला, गणेश मिस्त्री, उत्तम लाल यादव, मोहम्मद शकील, लोजद नेता एस कुमार सिंह, कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सज्जन मुखिया सहित अन्य लोग उपस्थित थे।