पूर्व में ग्रामीणों ने डीएम को दे रखा है गबन जांच का हस्ताक्षरित आवेदन
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-
शिक्षा विभाग में कब घपला घोटाला बंद होगा यह कोई नहीं बता सकता है। एक स्थानिय दबंग शिक्षक ग्रामीणों के विरोध का धता देते हुए अपनी मनमर्जी से विद्यालय का संचालन के साथ विद्यालय विकास मद के साथ विभिन्न राशि का हजम कर रहे हैं और विभाग कुंभकर्णी निंद्रा में कान में तेल डालकर सोया हुआ है।
मामला सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय करूआ का है। यहां के प्रभारी प्रधानाध्यापक मनोज कुमार पर स्थानिय ग्रामीणों ने विद्यालय विकास मद सहित विभिन्न मदों की लाखों रुपए सरकारी राशि गबन कर लेने का आरोप लगा मंगलवार को जमकर नारेबाजी एवं प्रदर्शन किया।
हंगामा कर रहे ग्रामीण परमेश्वरी यादव,नरेश कुमार, रमेश यादव, धर्मेन्द्र कुमार,जवाहर मुखिया, गजेन्द्र कुमार, दिनेश कुमार सहित अन्य लोगों ने बताया कि हम लोग तंग तबाह हो चुके हैं इस एचएम से कुछ सुनता ही नहीं है।
ग्रामीणों ने बताया कि इससे पूर्व एक हस्ताक्षरित आवेदन जिलाधिकारी सहित वरीय अधिकारियों को प्रेषित कर गबन की जांच की मांग की है ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि विद्यालय के एचएम ने अपने पदस्थापन काल वर्ष 06 से ही विद्यालय को मिलने वाली विभिन्न सरकारी राशि का हजम कर रहे हैं जब इस बात की शिकायत स्थानिय ग्रामीण करते हैं तो उन्हें अपने प्रभाव का धौंस दिया मुंह बंद करा दिया जाता है।
आवेदन में साफ तौर पर कहा गया है कि पोशाक, छात्रवृत्ति, एमडीएम,भवन निर्माण, परिभ्रमण खुलेआम दुरूपयोग कर हजम कर लिया है। इतना ही नहीं विद्यालय की ही जमीन से मिट्टी काट कर विद्यालय की भराई कर दिया है। विद्यालय चारदीवारी निर्माण में करीब तीन लाख का गबन कर लिया है जबकि वर्तमान में चार दिवारी गिरा पड़ा अवस्था में है।
हमेशा उपस्थित बच्चों की संख्या से अधिक की हाजरी बनाना आम बात है ग्रामीणों ने वर्ष 14-15 से 17-18 तक विभिन्न मदों में आवंटित सरकारी राशि की जांच करने की मांग की है।
इस संबंध में प्रधानाध्यापक मनोज कुमार से पुछे जाने पर बताया कि लगाए गए सभी आरोप वेबूनियाद है स्थानिय राजनेतिक के तहत कुछ लोग यह सब आरोप लगा रहे हैं।