घर की छत पर ग्रेंडर मशीन से लोहे का छड़ काटने के क्रम आया करंट की चपेट में


सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-


बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के चकभारो पंचायत के एकपढहा गांव निवासी पूर्व पंचायत समिति सदस्य शशिरंजन ठाकुर उर्फ पिक्कू 36 वर्ष की मौत सोमवार को करंट लगने से मौत हो गई।

घटना उस वक्त हुई जब वह अपने एकपढहा गांव स्थित घर में ग्रेंडर मशीन से छत में लगे लोहे का छड़ काट रहा था। मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। 


घटना के संबंध में मृतक पिक्कू ठाकुर के पिता विनय ठाकुर ने बताया कि सोमवार दोपहर वह घर के सबसे उपरी मंजिल की छत पर छत में लगे लोहे के छड़ को ग्रेंडर मशीन से काट रहा था उसी वक्त अचानक ग्रेंडर मशीन में लगे तार का करंट शरीर को छू गया जबतक आसपास लोग बचाने एवं विधृत तार छुड़ाने का काम किया तब वह बेसुध हो गया। आनन फानन में उसे ईलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पाताल सिमरी बख्तियारपुर लाया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

वही बख्तियारपुर पुलिस ने शव को कब्जे में ले पोष्टमार्टम के लिए सहरसा भेज दिया है। 


2006 -2011में बना पंचायत समिति सदस्य –


मृतक पिक्कू की समाजिक लोकप्रियता इसी बात से लगाई जा सकती है कि मात्र 24 वर्ष की उम्र में वह चकभारो पंचायत से पंचायत समिति सदस्य निर्वाचित हुआ था। समिति सदस्य के रूप में भी वह हमेशा विकास कार्यो को तब्बजों देने का काम किया ।

बेटे की मौत की बात सुन मां की हालत बिगड़ी –


करंट से जवान बेटे की मौत की बात सुन उनकी माँ उषा देवी बेहोश हो गयी। महिलाए के द्वारा बार बार होश में लाने के वावजूद उनकी हालत में सुधार नही हुआ। इसी तरह मृतक की पत्नी कमल देवी का भी हालत बिगड़ गया। पति की अचानक मौत ने मानो उस पर मुसिबत का पहाड़ गिरा दिया हो। 

हादसे से टोला मुहल्ला में मातमी सन्नाटा –


एकपढहा गांव वाले के साथ साथ पुरे चकभारो पंचायत वासी इस मौत से अवाक है। सामाजिक कार्य मे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने वाले मृतक पिक्कू कुमार हर लोगो की सहायता किया करता था। पंचायत के पूर्व मुखिया बिलास रजक, पूर्व समिति संजय कुमार सिंह, खुर्सीद आलम इस मौत से अवाक है। इनलोगो का कहना है इस मौत से पंचायत में एक होनहार युवक खो दिया है। हर कोई पिता विनय ठाकुर को बेटे की मौत पर ढ़ाढ़स देते नजर आये। वही पिता बेटे की लाश देख अपने आँसू को रोक नही पा रहा है। इस कदर बेटे की मौत अपने आखों के सामने होने से वह सुधबूध खो बैठा है। 

दो मासूम पर टुटा दुखों का पहाड़ –


मृतक पिक्कू को दो बच्चे है। बड़ी बेटी पलक कुमारी 5 वर्ष, प्रतुष कुमार 3 वर्ष है। पत्नी,मां,पिता के अलावा एक छोटा भाई भाई रविरंजन ठाकुर है। जो मुम्बई में जॉब करता है।