एक माह पूर्व खेलने के क्रम में एक कुत्ता का बच्चा कुछ बच्चों व अभिभावकों को लिया था काट


एक सप्ताह में दो कुत्ता काटे हुए बच्चों की मौत बाद ग्रामीणों में दहशत


ग्रामीण अपने बच्चों को रेबिज की सुई दिलाने अनुमंडलीय अस्पताल पहुंच रहे हैं


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-


प्रखंड के महखड़ पंचायत अन्तर्गत बहरौली गांव में एक माह पूर्व कुछ बच्चों एवं महिला पुरूषों को एक कुत्ता का बच्चा काट लिया। कुत्ता का बच्चा काटने के एक माह बाद एक सप्ताह में दो मालुम बच्चों की मौत हो गई। मौत के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया है। लोग अपने बच्चों एवं जिन महिला पुरुषों को कुत्ता का बच्चा काटा एवं या छुआ भी था वैसे लोगों रेबिज की सुई लगवाने के लिए अस्पताल की ओर रूख कर दिया है।

अस्पताल कर्मियों की ओर से मिली जानकारी के अनुसार करीब चार दर्जन से अधिक लोगों को रेबिज की सुई लगाया गया है। 


घटना के संबंध में बताया जाता है कि बगरौली गांव निवासी शंभू दास की पुत्री वर्षा कुमारी की बीते सप्ताह के शनिवार को तबीयत खराब हुई थी जिसके बाद परिवार से जुड़े सदस्यों ने उसे सहरसा के विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवाया परंतु डीएमसीएच पहुंचते-पहुंचते वर्षा कुमारी की मौत हो गई बच्ची के पिता शंभू दास ने बताया कि 1 महीने पूर्व बच्ची को कुत्ते ने काटा था हमने गांव में ही झाड़-फूंक करवा लिया आखिर शनिवार को उसकी तबीयत खराब हुई और रविवार रात 12: 00 बजे उसकी मौत हो गई।

 वही बगरौली गांव निवासी राजकुमार दास के पुत्र अंकुश कुमार की भी बीते मंगलवार सुबह मौत हो गई अंकुश के पिता राजकुमार दास ने बताया कि एक महीना पहले कुत्ते ने काटा था इधर कुत्ते के काटने से हुई दो बच्चों की मौत के बाद पूरे बहरौली में हड़कंप मच गया है ग्रामीणों के मुताबिक मृत बच्चों के अलावा कई अन्य बच्चों को ही कुत्ते ने काटा था जिन्हें सोमवार और मंगलवार को सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अस्पताल ले जाकर सुई दिलवाया गया।

सुई लेने वाले बच्चों में अनुराधा कुमारी वंदना कुमारी नैना कुमारी नेहा कुमारी संस्कार कुमार मौसम कुमारी बादल कुमार नीति कुमारी विवेक कुमार विनय कुमार ममता देवी पवित्र दास निरंजन दास राधिका कुमारी शंभू दास राजू देवी राहुल कुमार सहित अन्य शामिल है।


अंधविश्वास ने लील ली दो परिवारों की जिंदगी –

मंगलवार को जब पुरी घटना की खबर स्थानिय मीडिया कर्मियों को लगी तो गांव पहुंचते ही माजरा समझने में देर नहीं लगी। चुंकि कुत्ता का बच्चा जो मासुमों को काटा तो सभी लोग काटे हुए बच्चों एवं अन्य लोगों को झाड़ फूंक कर कुत्ता का मामला साफ समझ लिया। लेकिन जैसे ही दो बच्चों की मौत ईलाज के क्रम में हुई गांव में हड़कंप मच गया।

जो जो बच्चे एवं अन्य लोगों को कुत्ता ने काटा या फिर छुआ भी था उसे रेबिज का टीका दिलवाने अस्पताल की ओर रूख कर दिया। पुरे गांव में इस बात को लेकर खौफ का माहौल कायम है। ग्रामीणों ने बताया कि जो दोनों बच्चे की मृत्यु हुई है उसके साथ खेलने एवं या फिर खाने पीने वाले बच्चों को भी रेबिज का टीका दिलवाने के लिए हौड़ मच गया है।