माइक्रो-फाइनेंस कंपनी से लॉन दिलाने के नाम ठगी का शिकार बन गई सैकड़ों महिलाएं


दो ठग ने मुरलीगंज क्षेत्र में पहले 12 सौ रुपए प्रत्येक से ले ऋण की राशि के लिए बुलाया सिमरी बख्तियारपुर


अचानक बाहर से इतनी संख्या में ऋण लेने पहुंची महिलाओं को देख भौंचक रह गये बैंक कर्मी


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती।


नगर पंचायत क्षेत्र के मुख्य शाखा स्टेट बैंक थाना चौक पर उस समय के लिए लोग भौंचक्के रह गए जब एकाएक सैकड़ों की संख्या में महिलाएं बैंक से ऋण की राशि लेने पहुंच गए। 

लोगों के चौकन्ने की वजह एक और थी कि ये सभी लोगों मधेपुरा जिले के मुरलीगंज क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से यहां आई थी। बैंक पहुंचे महिलाओं से जब स्थानिय लोगों एवं बैंक कर्मी पुछताछ किया तो माजरा समझ में आ गया। ये लोग ठगी का शिकार बन गये थे।


महिलाओं ने बताई कि माइक्रोफाइनेंस कंम्पनी के नाम पर एक मोटरसाइकिल बीआर 19जे 9058 से दो लड़का संजीव कुमार यादव एवं विपीन यादव ने मुरलीगंज के काशीपुर गांव के वार्ड नं 1,2,3,4,5 मिरचायवाड़ी, मिशन रोड वार्ड नं 15 मुरलीगंज, पंचगछिया वार्ड नं 14 के अलग-अलग नाम से ग्रुप बनाकर महिलाओं से 45 हजार रुपए लॉन दिलाने के नाम पर पहले 200 रुपए की राशि लेकर ग्रुप का सदस्य बनाया। फिर ऋण दिलाने के नाम पर एक एक हजार रूपए लेकर भारतीय स्टेट बैंक से लोन दिलाने के नाम पर वसुली की। लेकिन जब ऋण देने की समय आया तो सभी ग्रुप के महिलाओं को सिमरी बख्तियारपुर बैंक का नाम कह कर भेज यहां बुला लिया और दोनों भाग निकले लेकिन उसी में से 1 सदस्यों के द्वारा मोटरसाइकिल से ठगी करने वालों का फोटो खींच लिया।

उपरोक्त दोनों व्यक्तियों के द्वारा अलग-अलग जगहों पर अलग अलग नाम से ग्रुप बनाया जिसमें पहला ग्रुप शहजादी ग्रुप, दूसरा यासमीन ग्रुप, तीसरा सुनीता ग्रुप एवं प्रकार से क्षेत्र में कई ग्रुप बनाकर क्षेत्र के विभिन्न भागों में घूम-घूमकर ग्रुप का सदस्य बनाए, सदस्य बनाने के नाम पर प्रत्येक व्यक्ति से दो ₹200 की वसूली की फिर लोन दिलाने के नाम पर ₹1000 की वसूली की एवंम प्रकार से क्षेत्र के लगभग 500 से अधिक महिलाओं से 1200 रूपये की वसूली की। सबको को कहा गया कि भारतीय स्टेट बैंक सिमरी बख्तियारपुर से ₹45 हजार का लोन दिया जाएगा ।


जिसको लेकर महिलाओं ने निर्धारित तिथि के अनुसार सोमवार को सिमरी बख्तियारपुर भारतीय स्टेट बैंक थाना चौक पहुंच गए और लोन के लिए बैंक घूसकर बात की तो आने के बाद बैंक के शाखा प्रबंधक मामले की जानकारी के संबंध में कुछ नहीं बता पाए कहा हम कुछ जानते ही नहीं है जिससे महिलाए को वापस लौटाया गया।