पिता ने बख्तियारपुर पुलिस को लिखित आवेदन देकर लगाई न्याय की गुहार


पिता ने कहा स्कूल प्रबंधन की लाहपरवाही से हुई मेरे पुत्र की जान

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

नगर पंचायत क्षेत्र के बख्तियारपुर थाना से चंद कदमों की दुरी दुरी पर स्थिक निजी स्कूल संत जेवियर्स  में शुक्रवार को हॉस्टल में रह रहें नर्सरी वर्ग के एक बच्चें (07 वर्ष) हिमांशु कुमार की मौत संदेहास्पद स्थित में हो गई।

मृतक छात्र के पिता खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड के सिघारसामा गांव निवासी रंजन चौधरी ने बख्तियारपुर पुलिस को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाते हुए बच्चे की मौत की जांच की मांग की है।


छात्र के पिता ने स्कूल प्रबंधक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि छात्र की मौत के बाद भी परिजनों को मौत होने की सूचना नहीं दी गई। दिये गये आवेदन में कहा गया कि शुक्रवार सुबह विद्यालय के शिक्षक ने फोन किया कि आपके पुत्र की तबियत खराब जब विद्यालय पहुंचा तो देखा कि हॉस्टल के बैड पर मेरे पुत्र का शव पड़ा हुआ है पता चला कि मेरे पुत्र की मौत हो गई है । 

दिए गये आवेदन में साफ तौर पर कहा गया है कि स्कूल के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार,शिक्षक राजेश कुमार एवं अन्य की लाहपरवाही की वजह से मेरे पुत्र की मौत हुई है।

वहीं घटना के संबंध में स्थानिय स्तर पर आमलोगो में चर्चा का विषय बना हुआ है कि स्कूल प्रबंधक की बहुत बड़ी लापरवाही की वजह से मासूम की मौत हो गई है । जब रात में बच्चे की तबियत खराब हुई थी को क्यो नही किसी निजी या चंद कदमों की दुरी पर स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज के लिए बच्चे को भर्ती कराया गया। वही सरे आम यह भी चर्चा बना है कि स्कूल में मासूम का शव पड़ा हुआ था और प्रबंधन ने सौ मीटर की दुरी थाना पुलिस को सुचना नही दी। स्कूल परिसर में छात्र की लाश पड़ी हुई थी और दूसरे तरफ स्कूल में प्रायः दिन की तरह क्लास चल रहा था। दो एक बड़े संवेदनहीनता को दर्शाता है।

स्थानीय थाना के थानाध्यक्ष रणवीर यादव ने इस बाबत जानकारी देते हुए कहा कि घटना की जानकारी मिलने के बाद स्वयं ही स्कूल जाकर जांच पड़ताल किया। मृतक बच्चे के शरीर मे किसी प्रकार का कोई जख्म का निशान नहीं देखा गया । बच्चें की शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है। परिजन के आवेदन पर मामला दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है ।