स्कुलों में फर्जी उर्दू बच्चों की संख्या दर्शा कर दी गई शिक्षक की बहाली


वायरल वीडिओ में बीईओ भी मानते माफिया है शिक्षा विभाग में सक्रिय


सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती।


इन दिनों सहरसा जिले में सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है जो चर्चा का विषय बन गया है। वायरल वीडियो सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का है जो एक विद्यालय के जांच के क्रम में बनाया गया।

वायरल वीडियो का एक दृश्य

बतौर वीडियो में खुद बीईओ मानते है कि सिमरी बख्तियारपुर में उर्दू शिक्षक बहाली में पहले फर्जी रूप से उर्दू बच्चे की संख्या विभिन्न स्कुलों में दिखा रिपोर्ट भेज उर्दू शिक्षकों की बहाली की गई है ।


वही शिक्षा विभाग में माफिया का राज है। सिमरी बख्तियारपुर बीआरसी कार्यालय में सक्रिय माफिया तत्व इस तरह के कार्य को अंजाम दे रहे है। बीइओ ने खुद स्वीकार किया कि बीआरसी में माफिया तत्व सक्रिय है जो बडे पैमाने पर उर्दू बच्चे की बिभिन्न स्कूलों में फर्जी नामांकन दिखाकर शिक्षक यूनिट स्वीकृत कराया एवं उक्त स्कूलों में शिक्षक की बहाली हुई है। 

एनपीएस रसूलाबाद का है वीडियो –


इस प्रखंड के रायपुरा पंचायत के एनपीएस रसूलाबाद में वर्ष 16 में एक उर्दू शिक्षक का नियुक्ति हुई। ग्रामीण केशव चौधरी सहित दर्जनों ग्रामीणों ने इस मामले को उठाया कि जब इस विद्यालय में एक भी उर्दू बच्चे नामांकित नही है तो फिर उर्दू शिक्षक का यूनिट कैसे स्वीकृत हुआ। इस मामले को लेकर रसूलाबाद के ग्रामीण ने डीईओ, बीइओ एवं एसडीओ को आवेदन देकर करवाई की मांग किया। 


इसी आवेदन के आलोक में जब बीईओ डॉ अशोक कुमार एनपीएस रसूलाबाद जांच करने पहुचे तो कई बात का खुलासा किया। इसी विद्यालय में बनाये गए वायरल वीडियो में खुद बीइओ ने कबूला की वर्ष 14 में बीआरसी में सक्रिय माफिया तत्व ने उर्दू बच्चे की फर्जी नामांकन दिखा स्कूल में शिक्षक पद स्वीकृत करा लिया एवं शिक्षक की बहाली हो गया। रसूलाबाद तो एक बानगी है। इस तरह के फर्जी उर्दू बच्चे का नामांकन कई विद्यालयों में दिखाया गया है। जिनमे अधिकांश एनपीएस विद्यालय है। वायरल वीडियो में बीइओ खुद इस बात का कबूल रहे है कि जिस समय बच्चे की सूची भेजी गई है उस समय वे यहां पदस्थापित नही थे।


प्राप्त जानकारी के अनुसार कोसी तटबन्ध के अंदर एनपीएस सिमरटोका, एनपीएस रंगिनिया सहित कई विद्यालय में बच्चे की फर्जी नामांकन दिखाकर शिक्षक की आवश्यक्ता बतायी गई है। जिसके एवज में उर्दू यूनिट स्वीकृत हो शिक्षक बहाली हुई।


क्या कहते है बीईओ –


इस संबंध में बीईओ अशोक कुमार से पुछे जाने पर बताए की वरीय अधिकारी के आदेश के आलोक में शिक्षकों की बहाली हुई है। वायरल वीडियो के संबंध में जानकारी से इंकार किया।