सहरसा के बरियाही में पदस्थापित पिता की बड़ी बेटी है कोलकाता में डाक्टर

मुल रूप से सुपौल जिले के बीना निवासी राज नारायण मिश्रा की है पोती 

सहरसा : ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

देश में सीबीएसई NEET 2018 का परिणाम पब्लिश होने के साथ ही सफलता प्राप्त छात्रों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।

इस परीक्षा में मुल रूप से सुपौल निवासी सहरसा के बरियाही अस्पताल में पदस्थापित मनोहर मिश्रा की पुत्री सुरभि मिश्रा ने अनारक्षित श्रेणी में सफलता प्राप्त कर जिले सहित परिजनों का नाम रौशन किया है।

सुरभि मिश्रा को NEET 2018 में 99.27 प्रतिशत अंक मिले हैं। सुरभि ने 720 अंक में से 542 अंक प्राप्त किया है। आल इंडिया रेंक में 9172 तो अनारक्षित श्रेणी में 5781 है। इस साल करीब 13 लाख छात्रों ने यह परीक्षा दी थी।

सुरभि को बायोलॉजी में 360 में 302 केमिस्ट्री में 180 में 118 तथा फिजिक्स में 180 में 122 अंक प्राप्त की हैं। सुरभि मुल रूप से सुपौल जिले के बिना गांव की रहने वाली है। सुरभि के पिता मनोहर मिश्रा स्वास्थ्य विभाग में काम करते हैं, जो सहरसा में पोस्टेड हैं। गृहिणी मां रीना देवी की लाडली सुरभि की बड़ी बहन कोलकाता मेडिकल कॉलेज में डाक्टरी कर रही है। भाई अभिषेक मिश्रा कम्प्यूटर की पढ़ाई कर रहा है।  सुरभि कोटा में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रही है।वह सहरसा के इंटर महिला कालेज की छात्रा है।

यहां बताते चलें कि देश भर के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश के लिए इस साल 6 मई को NEET परीक्षा का आयोजन किया गया था। पहले यह रिजल्ट 5 जून को आना था लेकिन इसे 4 जून को ही जारी कर दिया गया।

NEET में क्वॉलिफआई करने के बाद सफल छात्रों को एमबीबीएस और बीडीएस के लिए ऑल इंडिया कोटा सीट से जुड़ी काउसलिंग और राज्य स्तर पर आयोजित काउसलिंग दोनों में शामिल होने का मौका मिलता है।ऑल इंडिया कोटा सीट के लिए काउसलिंग का काम मेडिकल काउसलिंग कमेटी की ओर से किया जाता है।

परीक्षा में शामिल छात्र अपना रिजल्ट सीबीएसई की ऑफिशल वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं। इस साल 7,14,562 छात्रों ने परीक्षा पास किया है।