जनशिक्षा निदेशक के दमनकारी नीति की वजह से 22 माह से नहीं हुआ वेतन भुगतान


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-


जन शिक्षा निदेशक डॉक्टर विनोदानंद झा के दमनकारी नीति के विरोध में साक्षरता कर्मी संघर्ष मोर्चा के बैनर के तले बुधवार को अनुमंडल क्षेत्र के कोपरिया में रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को विरोध प्रदर्शन किया वही सिमरी बख्तियारपुर – सोनबरसा राज एनएच 107 पर पुरानी बाजार चौक के निकट सड़क जाम कर दिया।

इस मौके पर सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक संजय कुमार एवं रामचन्द्र यादव ने कहा कि एक तो साक्षरता कर्मियों को अल्प मानदेय में कार्य करना पड़ रहा है।वह भी बाइस माह से जनशिक्षा निदेशक डॉक्टर विनोदानंद झा के दमनकारी नीति की वजह से मानदेय का भुगतान नहीं हो रहा है। 

उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 में प्रेरक समन्वयक का बिहार प्रारंभिक शिक्षक नियमावली के तहत आरक्षण रोस्टर का पालन करते हुए प्रधान सचिव के पत्रांक 402 वर्ष 2011 में नियोजन किया गया था।साक्षरता कर्मी से हमेशा से बाल विवाह से लेकर दहेज उन्मूलन कार्यक्रम और मानव श्रृंखला तक जैसे कार्यों में महत्वपूर्ण सहयोग लिया गया,फिर भी बिहार सरकार हमेशा से साक्षरता कर्मियों के साथ सौतेलापन व्यापार करती आ रही है और जिस वजह से पिछले 22 महीने से साक्षरता कर्मी बिना वेतन के जिंदगी काटने को मजबूर है।

इस मौके पर सुधीर कुमार, अमीर राम, अरविंद यादव, नवल किशोर सिंह, सुशील देव,  कमलेश्वरी प्रसाद, जयकुमार,  ज्योतिष ठाकुर, रीता कुमारी, सबीहा खातून, सरिता कुमारी,नंदकिशोर साह सहित सलखुआ में  कुमारी देव कला, सिफत राम, उपेंद्र राम, उमेश चंद्र यादव,जुली कुमारी, बबीता कुमारी, साजिद इकवाल,निशा कुमार अन्य साक्षरता कर्मी मौजूद रहे।