छः माह से वार्ड प्रबंधन व क्रियान्वयन समिति चयन है अधर में,विकास बाधित

मामला महम्मदपुर पंचायत के वार्ड नं चार का, ग्रामीणों में आक्रोश

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-


प्रखंड के एक पंचायत महम्मदपुर जहां करीब छः माह से अधिक समय से मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के सफल संचालन के लिए बनाये जा रहें वार्ड प्रबंधन व क्रियान्वयन समिति चयन नहीं हो पाया है। 

हाई वोल्टेज ड्रामा के बीच प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक यह मामला गुंजता नजर आ रहा है। पूर्व में कराये गये वार्ड प्रबंधन समिति व क्रियान्वयन समिति चयन को एक पक्ष सही तो दुसरा पक्ष फर्जी बता रहा।

अब सवाल यह उठता है कि आखिर क्या कारण है कि एक अदना सा वार्ड सचिव चयन का मामला पदाधिकारी से लेकर ग्रामीण स्तर पर सुलझ नहीं रहा है। आखिर दोषी कौन है ?

वही इस मामले में अगर कोई पीस रहा है तो वहां का आम जनता, क्योंकि चयन का मामला साफ नहीं होने से विकास वाधित हो रहा है।

क्या है पुरा माजरा –

मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के सफल संचालन के लिए पंचायत के सभी वार्डो में वार्ड प्रबंधन व क्रियान्वयन समिति का चयन वार्ड सभा के माध्यम से कराने का निर्देश है। बकायता उस वार्ड के निर्वाचित वार्ड सदस्य व पंच पदेन सदस्य  होता है। वार्ड सचिव व प्रबंधन कमिटी का चयन जनतांत्रिक तरिके से किया जाना निर्देषित है।

उपरोक्त निर्देश के आलोक में ही यहां भी चयन होना था। चयन किया भी गया। मामला यहीं अटर गया ।

सहरसा में दिया गया धरना

चयन को एक पक्ष सही तो दुसरा पक्ष फर्जी बता प्रखंड स्तर से जिला स्तर तक आवेदन व प्रदर्शन के माध्यम से पुनः कराने की मांग करने लगा। अभी अभी यह मामला जांच के दायरे में ही है। इस बीच पूर्व किये गये चयन पर ही सचिव का खाता बैंक में खुल गया।

क्या कहती है बीडीओ-

बीडीओ चंदा कुमारी ने बताई की वार्ड का विकास कार्य तो अभी प्रारम्भ हो जाता, लेकिन वार्ड कार्यान्वयन गठन में विवाद हो गया है। जिला के आदेश पर जांच की जा रही है। जांच के बाद जिस तरह का आदेश आयेगा, उस पर अमल किया जायेगा।

क्या कहती है वार्ड सदस्या-

वार्ड चार के वार्ड सदस्या रूबी देवी ने बताई की आमसभा ग्रामीणों के समक्ष ईमानदारी से किया गया है। दूसरे पक्ष के लोग बेमतलब का विरोध कर रहा है।वार्ड गठन नियमानुसार हुआ है।

क्या कहते है जांच अधिकारी-

जांच अधिकारी पवन कुमार ने बताया कि चयन में सामिल ग्रामीणों का हस्ताक्षर का सत्यापन किया गया। हरेक पहलू की जांच की जा रही है। जल्दी ही जाँच रिपोर्ट समर्पित कर दिया जायेगा।