भाषांकित बच्चे है नही शिक्षक कर दिये गये पदस्थापित

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय का बहुत बुरा हाल है। कहीं बच्चों की संख्या अधिक है लेकिन शिक्षक पदस्थापित कम लेकिन नये कुछ कारनामें में बच्चों से अधिक संख्या शिक्षक की हो गई है।

प्रखंड एवं पंचायत शिक्षक नियोजन में ज्यादा छात्रों की संख्या दिखाकर अतिरिक्त शिक्षक की आवश्यकता बता गलत ढंग से शिक्षकों की पदस्थापना के मामले को लेकर ग्रामीणों ने एसडीओ को आवेदन देकर जांच की मांग किया है।

मामला यू तो रायपुरा पंचायत के एनपीएस रसूलाबाद का है। लेकिन पहला ऐसा मामला नहीं है और भी कई विद्यालय है जहां ये कार्य हुआ है।

पूर्व पंचायत समिति सदस्य केशव चौधरी, बनारसी चौधरी,विजय चौधरी, तारिणी साह, शंकर चौधरी, श्रवण कुमार चौधरीधरी, शिव कुमार साह, योगेन्द्र प्रसाद, मुन्ना चौधरी, अशोक चौधरी सहित दर्जनों ग्रामीणों ने आवेदन देकर जांच की मांग की है। दिये गये आवेदन में कहा कि रायपुरा पंचायत के एनपीएस रसूलाबाद में छात्र की संख्या अधिक दिखाकर शिक्षक यूनिट स्वीकृत करा लिया। जवकि सरकार के आदेशानुसार 40 छात्र पर एक शिक्षक की बहाली होनी है। सूचना के अधिकार में एचएम बबिता कुमारी  के द्वारा 18 अप्रेल 18 को जो जानकारी दिया है उसमें वर्ष 16-17 में 87 छात्र नामांकित है। कुछ दिन पहले बच्चे की संख्या और घटा है। वावजूद एक अतिरिक्त उर्दू शिक्षक की उक्त विदयालय में पदस्थापित किया गया है। जवकि विद्यालय में एक भी उर्दू बच्चे नामांकित नही है।

ग्रामीणों ने आशंका व्यक्त किया है कि कम बच्चे रहने के वावजूद अधिक बच्चे फर्जी बच्चे दिखाकर शिक्षक यूनिट स्वीकृत करा लिया। इस तरह के कई अन्य भी विद्यालय होंगे जहा कम छात्र रहने के वावजूद अधिक छात्र की संख्या का रिपोर्ट भेजकर अतिरिक्त शिक्षक यूनिट स्वीकृत करा लिया। जवकि एक अतिरिक्त शिक्षक के उपर सरकार का 2 करोड़ रुपये खर्च होता है।

एनपीएस रसूलाबाद में वर्तमान समय 66 बच्चे नामांकित है। जिसमे तीन शिक्षक पदस्थापिक है जिसमे एचएम बबिता कुमारी, प्रेमचंद एवं सरफराज आलम है।

कई महीने से बंद है मध्यान भोजन- 

आरोप है कि माह अकटुबर से विद्यालय में मध्यान भोजन बंद है। एक वर्ष से बच्चे को पोशाक राशि नही दिया गया। हालांकि विद्यालय में विधायक मद से स्कूल का निर्माण किया जा रहा है।

क्या कहते है बीइओ –

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि जहा भी छात्र से ज्यादा शिक्षक की बहाली है इसमें मेरा कोई योगदान नही है। प्रखंड एवं पंचायत नियोजन इकाई के द्वारा इनलोगो का बहाली होती है। बीइओ ने बताया इस तरह इस तरह के कई स्कूल है, जहा छात्र कम एवं शिक्षक अधिक है। जिसमे सितानाबाद के चौकबाजार, मध्य विद्यालय धनुपरा, एवं कोसी तटबन्ध के अंदर चमेनी है जहाँ छात्र के अनुपात में शिक्षक अधिक है।

विद्यालय के सचिव पूनम देवी ने बताई की एचएम बबिता कुमारी बराबर विद्यालय से गायब रहती है। जो भी सरकार के द्वारा बच्चे के विकास के राशि दिया जाता है उनका दुरुपयोग किया जाता है। इसी तरह का आरोप अध्यक्ष मनोरी राम ने भी लगाया है।

विद्यालय के एचएम बबिता कुमारी ने अतिरिक्त शिक्षक के मामले में बतायी की इस बारे में हम नही जानते है। वही पोशाक राशि खाते में भेज दी गई है। एमडीएम बंद है।