दो बच्चों संग थाना पहुंच लगाई पुलिस से प्रेमी पाने के लिए इंसाफ की गुहार 

तीन बच्चों की मां का दावा दो बच्चे हैं प्रेमी के,डीएनए कराने को है तैयार

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-

नैन लड़ जैंहे तो मनवा में कसक होइबे करी प्रेम का छुटिहै पटाखा तो धमक हैईवे करी….

आंख लड़ी प्यार हुआ,इस प्यार में अपने पति व परिवार को भी छोड़ प्रेमी के संग जीने लगी। दो बच्चों की मां बनी जब प्रेमी नौकरी पाया तो वह हुआ जो…..

यही आपबीती है उस अभागन तीन बच्चे की मां सुनिता की जो सोमवार को सहरसा जिले के बख्तियारपुर थाना पहुंच अपनी राम कहानी पुलिस से सुना न्याय की गुहार लगाई है।

दोनों बच्चों के साथ प्रेमिका

क्या है मामला – 

खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र के टकड़िया गांव निवासी स्व. मंडल ने अपनी पुत्री की शादी इसी जिले के सन्हौली निवासी मछली बिक्रेता घोलट सहनी के साथ किया था। शादी बाद एक पुत्री हुई जो चार पांच माह की रही होगी तभी इसके जीवन में एक शादी समारोह में जाने के बाद नया मोड़ आ गया।

ननिहाल स्थित एक शादी समारोह में नैन लड़ गई –

सिमरी बख्तियारपुर के पहाड़पुर बाजार में सुनिता अपने ननिहाल मामा की पुत्री की शादी समारोह में आई हुई थी जहां सुनिता की मुलाकात यहीं के रहने वाले विन्देश्वरी चौधरी के पुत्र मिन्टू चौधरी से हुई। यह मुलाकात प्यार में तब्दील कब हो गया यह तब पता चला जब दोनों यहां से पटना चला गया।

मिन्टू पटना में पढ़ता था अनिता पटना में रहती थी –

चुंकि मिन्टू पटना में रह पढ़ाई करता था सुनिता पटना में अपने एक रिश्तेदार के यहां रहती थी दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा।यह परवान कब शारीरिक संबंध में बदल गया जब दोनों एक साथ रहने लगा। सुनिता एक निजी अस्पताल सहित अन्य स्थानों पर घर में चुल्हा चौका व खाना बना कर मिन्टू को आगे पढ़ाई जारी रखने को कह संग देना शुरू कर दी।

बकौल सुनिता इस बीच दो बच्चे की मां बन गई –

पटना में रहते रहते कब 12 वर्ष से अधिक हो गया यह पता नहीं चला। इस बीच हनुमान मंदिर में दोनों भगवान को साक्षी मानकर शादी कर ली। बकौल सुनिता गोद में रही पहला पुत्र जो उसे पहले पति से हुआ था (सुमित कुमार 13 वर्ष) के बाद एक पुत्री मिन्टू से संजना कुमारी (11 वर्ष) जन्म लिया। सब कुछ सामान्य चल रहा था वह मिन्टू की पढ़ाई अनवरत जारी रखी। कुछ समय बाद फिर एक पुत्र (अंशू कुमार 8 वर्ष) हुआ। सब कुछ सामान्य चल रहा था। पढ़ाई का सारा खर्च वहन कर प्रेमी को नौकरी तक पहुंचाई।

छः माह पहले आया नया मोड़ –

सुनिता कहती हैं सब कुछ सामान्य चल रहा था छः माह पहले मिन्टू को चतुर्थ श्रेणी में नौकरी लग गई। वह फारविसगंज में ज्वाईन लिया। वहां नौकरी के चंद माह बाद चुपके से पदली करवा मधेपुरा में ज्वाइन कर अपना मोबाइल नंबर बदल लिया। कुछ दिनों तक सुनिता इंतजार की लेकिन जब वह नहीं आया तो वह उसे खोजने पहाड़पुर पहुंच गई।

6 मार्च को पहुंची पहाड़पुर – 

जब सुनिता पहाड़पुर पहुंची तो पता चला कि मिन्टू की शादी तीन दिन बाद है। पंचायत बैठाई गई पंचों ने सुनिता को मिन्टू के घर पत्नी के रूप में सौंप दिया। वह रहने लगी। इस बीच नौ मार्च को शादी भी हो गई। सुनिता दो तीन दिन बाद मिन्टू के साथ पटना लौट गई। मिन्टू वापस जॉब पर
सोमवार को थाना पहुंच लिखित आवेदन दे न्याय की गुहार लगाई है। इस संबंध में थानाध्यक्ष रणवीर कुमार ने बताया कि आवेदन मिला है मामले की जांच की जा रही है। कार्यवाही की जायेगी।

मिन्टू के परिजन ने कहा –

इस संबंध में पहाड़पुर निवासी पूर्व पंचायत समिति सदस्य धनौज चौधरी जो मिन्टू के भाई हैं ने कहा कि सब मामला वेबूनियाद है। चुंकि सुनिता का यहां ननिहाल है इसलिए जान पहचान थी। हाल में मेरे भाई को नौकरी लगी है इसलिए फंसाने के लिए ये साजिस की जा रही है। आधार कार्ड,राशन कार्ड,गैस कनेक्शन आदि में नाम उसके पति का ही है।