सेवानिवृत क्लर्क के संयुक्त खाते में दुसरे का आधार कार्ड लिंक होने के बाद हुई थी निकासी 

आरोपी व बैंक की मिलीभगत से नहीं किया जा सकता है इंकार

कैसे लिंक कर दी गई दुसरे का आधार दुसरे के खाते में

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

प्रखंड के सरडीहा पंचायत स्थित भारतीय स्टेट बैंक में पन्द्रह दिन पूर्व सेवानिवृत्त क्लर्क के खाते से फर्जी ढंग से खाते से करीब दो लाख इक्कानवे हजार रूपये निकासी मामले की जांच डीएसपी अजय नारायण यादव ने बैंक पहुंच की।

बैंककर्मी से पुछताछ करते डीएसपी व अन्य पुलिस पदाधिकारी

डीएसपी ने बैंक कर्मी से पुछताछ कर आवेदक नरसिंह प्रसाद सिंह के खाते का पुरा ब्यौरा की मांग किया गया। साथ ही किसके द्वारा निकासी की गई उसका पुरा ब्यौरा लिया गया। डीएसपी अजय नारायण यादव ने बताया कि मामला बहुत ही पैचिदा है। बड़ा सवाल है कि कैसे किसी के खाते में दुसरे व्यक्ति का आधार लिंक कर दिया गया है। पुलिस सभी पहलुओं पर नजर रखते हुये मामले की जांच कर रही है।

यहां बताते चलें कि सरडीहा गांव निवासी नरसिंह प्रसाद सिंह ने बख्तियारपुर थाना में आवेदन देकर बैंक की मिलीभगत कर अवैध रूप से रूपये निकासी का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था। दिये गये आवेदन में कहा गया कि आवेदक दिल्ली में अरवल डेवलमेंट में कलर्क के पद से सेवानिवृत है खाता संख्या ******19236 स्टेट बैंक सरडीहा शाखा में है  जिसमें पेंशन की राशि आती थी यह खाता उसकी व पत्नी के नाम सयुक्त खाता है।

करीब एक वर्ष से आवेदक दिल्ली में ही इलारत था और इस दौरान बैंक ने मिलीभगत कर किसी दूसरे व्यक्ति के आधार कार्ड नम्बर खाते को जोड़ दिया और खाते से सितम्बर 17 से लेकर फरवरी 18 तक में 2 लाख 91 हजार रूपये की अवैध निकासी कर ली गई।