प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के इस खेल का ग्रामीणों ने किया विरोध, डीईओ से की जांच की मांग

मुख्यालय में नहीं रहते बीईओ, तटबंध के अंदर नहीं होती स्कूल का नियमित निरीक्षण

विभाग का खेल जब चाहे जिसे बना दे विद्यालय का प्रधान

सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

एक कहावत है खाया पिया कुछ नहीं, प्लेट तोड़ा बारह आनें का।

यही कहावत सटीक बैठती है अभी शिक्षा विभाग पर। पढ़ाई लिखाई से विभाग का दुर दुर तक नाता टुटता दिख रहा है। सिर्फ नाता अगर बचा है तो विद्यालय संचालन को लेकर क्योंकि……! ये जो पब्लिक है सब जानती है….!

कुछ इसी तर्ज पर सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र के सलखुआ प्रखंड के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के कारनामें चर्चा में है।
इन्होंने विद्यालय मद की 17 लाख रूपयें गबन के आरोपी शिक्षक (मामला न्यायालय में लंबित) को वर्तमान प्रधान को हटा कर नये प्रधान बनाने का फरमान जारी कर दिया।

क्या है मामला- 

प्रखंड के पूर्वी कोशी तटबंध के अंदर कबीरा पंचायत स्थित मध्य विद्यालय कामास्थान वर्तमान प्रभारी प्रधानाध्यापक सुमित्रा को हटा उसके स्थान पर पूर्व के प्रधानाध्यापक मिथिलेश पासवान को नये प्रधान का चार्ज लेने का आदेश जारी कर दिया गया। आदेश जारी होते ही मच गई खलबली।

प्रधान व ग्रामीणों ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन डीईओ को भेजा –

बीईओ द्वारा मध्य विधालय कामाथान के प्रभारी प्रधानाध्यापक को प्रभार से हटाने व पूर्व प्रभारी को प्रभार देने के आदेश पर वर्तमान प्रधान व ग्रामीणों ने एक हस्ताक्षरयुक्त आवेदन जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्रेषित कर उपरोक्त मामले की जांच सहित वर्तमान प्रधान को यथावत रखने की मांग की है।

भेजे गये आवेदन में प्रभारी प्रधानाध्यापिका सुमित्रा कुमारी ने कही है की मध्य विधालय कामाथान का प्रशिक्षित शिक्षिका हूं,मुझे वरीयता एवं प्रशिक्षण के आधार पर प्रखंड संसाधन केन्द्र सलखुआ के ज्ञापांक 633 दिनांक 14 दिसम्बर 2017 के आदेशानुसार प्रभारी प्रधानाध्यापक का प्रभार दिया गया था।लेकिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने मनमाने ढ़ंग से बिना किसी कारण के प्रभार से विमुक्त करने का आदेश निर्गत कर विधालय के पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापक मिथिलेश पासवान को प्रभार लेने का आदेश जारी कर दिया है। जबकी मिथिलेश पासवान पर पूर्व से भवन निर्माण की राशि 17 लाख रूपये गवन करने का आरोप लग चुका है। जिससे संबंधित मामला न्यायालय में लंबित है।इन आरोप के बाबजूद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी  द्वारा गवन के आरोपी पू्र्व प्रभारी प्रधानाध्यापक को विधालय का प्रभार सौंप रहे है। वेवजह बिना किसी कारण मुझे प्रभार से हटाए जाना पूर्णतः  गैरकानूनी व साजिश को दर्शाता है। प्रभार के चक्कर में विधालय में पठन पाठन पर प्रतिकूल असर पड़ने लगा है।

भेजे गये आवेदन में ग्रामीण रतन देवी,सुनिता देवी,विनोद यादव,रजिन्द्र सादा,बुधन सादा,रूपेश यादव,बेबी कुमारी,ममता देवी,सज्जो देवी सहित चार दर्जन से अधिक महिला पुरूष ने हस्ताक्षर किया है।

सीपीआई जिला सचिव ने की जांच की मांग –

वहीं दुसरी तरफ जिला परिषद सदस्य सह सीपीआई जिला सचिव ओमप्रकाश नारायण ने बताया कामाथान विधालय के प्रभारी का मामला सामने आया है।इससे साफ जाहिर होता है की प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की मनमानी चरम पर है। विधालय भवन निर्माण की राशि गवन के आरोपी पूर्व प्रभारी को फिर से विधालय का प्रभारी बनाए जाना कहां से उचित है। ऐसे आरोपी शिक्षक को प्रभार देने के बीईओ का आदेश संदेह के दायरे में लाता है। इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच हो नही तो सीपीआई आन्दोलन को विवश हो जायेगी।

क्या कहते है प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी –

इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राजेन्द्र पाण्डेय ने बताया की मैं तो वर्तमान प्रभारी से पूर्व प्रभारी  को चार्ज देने का आदेश दिया था,लेकिन अब उक्त मामला जिला शिक्षा पदाधिकारी के समक्ष चला गया है। वहां से जो आदेश होगा वहीं मान्य होगा।