एसबीआई सरडीहा शाखा में फर्जी निकासी मामले में निकासी करने वाली महिला मीडिया के सामने आई 
रायपुर पंचायत के वार्ड सदस्या इस महिला के आधार कार्ड को लिंक कर दिया दुसरे के खाते से
मोदी जी द्वारा खाते में रूपये भेजे जाने की बात समझ रूपये निकासी कर पति का इलाज सहित कर ली कई काम
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-
दिन मंगलवार समय करीब दिन के दो बजे, कुछ मीडिया कर्मी को इस बात की भनक लगते ही कि सेवानिवृत्त क्लर्क सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के सरडीहा गांव निवासी नरसिंह प्रसाद सिंह के एसबीआई बैंक खाते से जो दो लाख इक्कानवे हजार रुपए की निकासी हुई है वह प्रखंड के ही रायपुरा पंचायत के वार्ड नं दो की वार्ड सदस्या मुनचुन देवी के द्वारा निकासी की गई है तो मामले की तहकीकात को चल दिया उसकी खोज को।
महादलित महिला मुनचुन देवी
सोमवार को इस मामले की जांच को डीएसपी अजय नारायण यादव स्वयं बैंक पहुंच कागजातों का अवलोकन कर सारा ब्यौरा की मांग बैंक कर्मी से की थी।
मुनचुन देवी का एक मकान है जिसमें गांव में चलने वाले किराना समान का दुकान है। बड़ा पुत्र दुकान पर बैठा था जैसे ही पुछा गया की मां व पिताजी कहां है तपाक से जवाब मिला ग्राम सभा है उसी में भाग लेने पंचायत भवन गये है।
मीडिया टीम निकली पंचायत भवन वहां पहुंचने के बाद वह वार्ड सदस्या अपने पति के संग सही में मीटिंग में बैठी थी।
अपने पति रमेश राम के साथ मुनचुन देवी
खैर मीटिंग के बाद वह मीडिया कर्मी से मुखातिब होते ही जब सवाल किया गया कि आपने क्यों इतनी बड़ी रकम खाते से फर्जी ढंग से निकासी कर ली।
बकौल पति पत्नी बोली हमने किसी के खाते से कोई रुपये की फर्जी निकासी नहीं किया है। हमने पिछले आठ नौ माह से अपने खाते से जरूरत के मुताबिक रूपये निकाले हैं।  इस दम्पत्ति ने बताया कि अब तक उन्होंने ने अपने जनधन खाते से करीब दो लाख इक्कीस हजार रूपये की निकासी की है जो अपने पति के इलाज सहित विभिन्न कामों में खर्च की।
बकौल दोनो पति-पत्नी ने बताया कि उनके खाते में जो राशि आया वो ये समझ कर निकाले की सरकार ने जनधन खाते में जो पूर्व से सुनने में आ रहा था कि सबके खाते में 15 लाख मोदी जी के द्वारा दिये जायेंगे,  वही रुपये आया है। इसलिये रूपये निकासी कर अपने जरूरत के कामों में लगा रही थी। 
इसके अलावे दोनो पति-पत्नी ने बताया कि हमने बैंक से ऋण के लिये भी अप्लाई किया था, दूसरा ये समझे कि ऋण स्वीकृत होकर खाता में आ गया है। तीसरा ये समझे कि चुकी हम वार्ड सदस्य है, सरकार की सात निश्चय योजन की राशि मेरे खाता में आया है। इसी सोचकर हम अपने खाते से राशि की निकासी किये।
पति रमेश राम ने ये भी बताया कि हमने कई बार पासबुक लेकर बैंक अपडेट कराने गए, लेकिन बैंक ने पासबुक अपडेट नही किया एवं बोला कि रुपए लेने के लिये यहां नही बल्कि सीएसपी जाए। जिस कारण मुझे पता नही चल पाया कि रुपये कहा से मेरे खाते में आ गया। 
हालांकि दंपति का कहना है कि 2 लाख 91 हजार नही बल्कि 2 लाख 21 हजार का ही निकासी किया है। रुपए निकालने के बाद अपना इलाज कराया, एवं एक दुकान खोल लिया फिर कुछ लोगो का कर्ज था, वो चुका दिया। अब मेरे पास एक फूटी कौड़ी भी नही है। महिला ने बैंक कर्मी पर आरोप लगाया कि मामला प्रकाश में आने के बाद बैंक के कुछ स्टाफ हमे बैंक बुलाकर बैंक के कैमरा को बंद कर सादा कागज पर निशान ले लिया। सादा कागज में क्या लिखा मुझे मालूम नही।

मुनचुन देवी का मकान सह दुकान
यहां बताते चलें कि सरडीहा निवासी क्लर्क पद से सेवानिवृत्त नरसिंह प्रसाद सिंह के सरडीहा ब्रांच के खाते से दो लाख इक्कानवे हजार रुपए की निकासी हो जाने के बाद उन्होंने ने बख्तियारपुर थाना में मामला दर्ज करवाया था। उस मामले की जांच डीएसपी ने शुरू कर दी। जांच के क्रम में कई बातें सामने आये । 
हुआ यूं कि नरसिंह प्रसाद सिंह अपना ईलाज दिल्ली में रह कर करवा रहे थे इसी बीच उपरोक्त महादलित महिला मुनचुन देवी व उसके पति रमेश राम के संयुक्त जनधन खाते में आधार कार्ड से लिंक कराने के लिए बोला गया। के वाय सी फार्म भर कर बैंक में जमा कर दिया। जब से फार्म भरा गया उसके कुछ दिनों बाद उसके खाते में राशि आनी शुरू हो गई। 
वह अनपढ़ दम्पति उपरोक्त बातें समझ रूपये की निकासी सीएसपी केन्द्र से करने लगी। इस बीच जब नरसिंह प्रसाद सिंह घर वापस लौटे तो बैंक जा खाता अपडेट किया तो रूपये निकासी देख सन्न रह गये और थाने में मामला दर्ज करवाया। 
अब बड़ा सवाल यह है कि इस मामले में दोषी कौन है वह अनपढ़ दम्पति या फिर बैंक जिसने आधार कार्ड लिंक करने में कहीं ना कहीं गड़बड़ी कर बैठे। चुंकि जब महिला के खाते में राशि आ रही थी तभी तो वह अपने खाते से निकाली कर रही थी।
पुरे मामले पर डीएसपी अजय नारायण यादव का कहना है कि चुंकि मामला अभी जांच प्रक्रिया में है इसलिए अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी बहुत जल्द पुरे मामले पर से पर्दा साफ हो जाएगा।