रानीबाग, माल गोदाम रोड,मुख्य बाजार होते हुए डाक-बंगला से पुरानी बाजार होते हुए लौटने के क्रम में लोगों ने किया इस्तेकबाल

रविवार की निकली शोभायात्रा कई मायने में रखी जायेगी याद

शोभा यात्रा से लौट कर ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-

रविवार को राम जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर युवा क्रान्ति सहित विभिन्न हिन्दू संगठनों के द्वारा निकाली गई भव्य शोभायात्रा यात्रा कई मायने में सब दिन याद रखा जाएगा।

डाक बंगला चौक के समीप लौटती जूलुस


जिस रूट चार्ट को लेकर करीब एक सप्ताह से अनुमंडल प्रशासन हाय तौबा व माथापच्ची कर हाई वोल्टेज ड्रामा की कहानी गढ़ी उसी रूट से निकली शोभायात्रा का आधा से अधिक लोगों का हुजूम वापस लौटी। और इतना ही नहीं वापस लौटी हुजूम का स्थानिक लोगों ने सड़क किनारे खड़ा हो कर स्वागत व इस्तेकबाल कर सिमरी बख्तियारपुर की बर्षो पुरानी गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश किया।

मुख्य बाजार से गुजरती जूलुस

एन एच 107 के भटपुरा स्कूल में शोभा यात्रा समाप्त हो जाने के बाद सोनवर्षा कचहरी व सरडीहा की ओर से आये करनी सेना के कार्यकर्ताओं ने मंडल जी टोला रंगिनियां, रानीबाग होते हुए रेलवे क्रासिंग पार कर माल गोदाम रोड होते हुए स्टेशन चौक से मुख्य बाजार के रास्ते ब्लाक चौक होते हुए डाक-बंगला चौराहा से पुरानी बाजार पहुंच वहां से विभिन्न रास्ते से अपने अपने गंतव्य की ओर चले गए।

यह शोभा यात्रा कई मायने में रहेगा याद –

डाक बंगला चौक पर मौजूद पुलिस पदाधिकारीगण

रविवार को निकाली गई शोभायात्रा यात्रा की मायने में सब दिन याद रखा जाएगा।चाहे वह एक अनजान युवा खगेश कुमार का हीरो बन सामने आना हो या फिर डीएम एसपी स्वंय यहां रह मोनेटरिंग कर पुलिस तंत्र का छाबनी में तब्दील रहा सिमरी बख्तियारपुर की धरती। वही यहां की आम आवाम की आपसी भाईचारा भी सब दिन याद रहेगा। ऐन वक्त पर युवा क्रान्ति संगठन के खगेश कुमार को सहरसा पुलिस द्वारा एक पुराने मामले में गिरफ्तार करना सब दिन याद रखा जाएगा।

शोभायात्रा में नप अध्यक्ष प्रतिनिधि मोजाहिर आलम,सकील अहमद चाहे राजद नेता जफर आलम की सहयोग देखते बनी।