महिलाओं ने भाजपा नेता से मिल इस मुहिम में साथ देने का रखी बात

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-

अनुमंडल क्षेत्र के सलखुआ प्रखंड के पूर्व कोशी के अंदर अलानी रंगिनियां के दर्जनों महिलाओं ने तटबंध के अंदर रहने वाले लोगों के लिए मुलभूत सुविधाओं के लिए संधर्ष का ऐलान कर दिया है।

महिला दस्ता से रू-ब-रू होते भाजपा नेता

मंगलवार को उपरोक्त स्थान के महिलाओं ने सिमरी बख्तियारपुर पहुंच भाजपा नेता रितेश रंजन से मिल इस मुहिम का हिस्सा बनने के साथ अपनी व्यथा से अवगत कराई। भाजपा नेता ने इस मुहिम को संधर्ष का रूप दे आन्दोलन तक करने की बात कही है।

क्या है मामला –

यहां के लोगों को आज आजादी के सत्तर दशक बाद भी सरकारी योजनाओं के लाभ की कौन पुछे मुलभूत सुविधा तक नशीब नहीं हो पाया है। नदी की धारा से कटाव व पुर्णवास, शुद्ध पेयजल, स्वास्थ्य सुविधा, बिजली कनेक्शन की समस्या, शौचालय इन सभी सुविधाओं का लाभ दिवा स्वप्न बना हुआ है।

क्या कहती है महिलाएें –

कटाव पीड़ित समतौलिया देवी, मनोरमा देवी, शिरोमणि देवी, प्रियंका देवी, मंजू देवी, रीना देवी, रूना देवी, पार्वती देवी आदि कहती हैं हमलोगों का घर तीन बार से नदी की कटाव की भेंट चढ़ रहा है। हर बार कटाव के बाद नये जमीन पर बसते हैं वह भी दुसरों के मांग कर। आज तक हमलोगो को स्थाई निदान किसी ने दिया।

स्थाई हैं ही नहीं तो आवास कहां से मिला –

इन महिलाओं का कहना है कि सरकार पहले तो हमलोगों को स्थाई जगह दे जमीन उपलब्ध कराये तब फिर आवास का लाभ दिया जाये। इसके बजह से अनेकों प्रकार की समस्या सामने आ रही है।

स्वास्थ्य उपकेंद्र रहता बंद –

बांध के भीतर एक ही उपस्वाथ्य केंद्र है, लेकिन सुविधा नही है। केन्द्र प्रायः बंद ही रहता है।इनलोगो की मांग है कि स्वास्थ्य केंद्र के कमी के कारण आये दिन इलाज के अभाव में लोग मर जाते है। सबसे ज्यादा दिक्कत गर्वभती महिलाओं को ज्यादा परेसान होती है। ढाब बाजार का अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र अभिलंब चालू करें। एक एम्बुलेंस बांध पर 24 घंटा उपलब्ध रखे ताकि फिर कोई मौत के मुह के में ना जा सके।

ईलाज के अभाव में हो जाती है मौत –

रंगिनिया के बिलाश सादा की पत्नी रानी देवी जो गर्वभती महिला थी, इलाज के अभाव में मार गयी। कबीरा धाप एवं कामाथान की एक महिला देवंती देवी एवं बिंद टोली कबीरा में एक बच्चे का मौत इलाज के अभाव में हो गया।

बिजली है लेकिन जला नहीं सकते हैं –

कोसी तटबन्ध के अंदर के लोग पहली बार बिजली को जलते देखा। लेकिन सिर्फ कुछ स्थाई लोगों के घर बिजली जलता है। ये कहती हैं हमलोग अपने घर मे बिजली का बल्ब नही लगा सकते है। कारण ये है कि ये लोग कटाव पीड़ित है। दूसरे की जमीन में अस्थायी रूप से रह रही है। कंज्यूमर के लिये जमीन का रसीद चाहिये, लेकिन इनलोगो के पास जमीन नही है। दूसरे के जमीन में रहने वाले कैसे बिजली का कनेक्शन मिलेगा ।

क्या कहना है रितेश रंजन का –

पूर्व जिप उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता रितेश रंजन से ये कटाव पीड़ित परिवार मिला तो अपनी समस्या रखी। रितेश रंजन ने कहा कि इन कोसी तटबन्ध के लोगो को कोई सुबिध नही मिलता है। ये बड़े दुःख की बात है। जब ये लोग आये बढ़ गई है तो हम इसको अंजाम तक पहुंचाने का काम करेंगे चाहे इसके लिए जो भी करना पड़ेगा।