मृतक मंसूर आलम मैथमेटिक्स क्लासेज कोचिंग सेंटर चला आई.एस की कर रहा था तैयारी

गुरूवार को बलही स्कूल के समीप बाईक फिसलने से हो गया था गंभीर रूप से जख्मी

सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) से ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-

गमहीन परिजन 

वह स्वंय शिक्षा के प्रति इतना लगाव रखता था कि कुछ बन कर परिजनों व सुबें का नाम रौशन कर सकें। शिक्षा के प्रति लगन ने उसे सहरसा एक मैथमेटिक्स क्लासेज कोचिंग सेंटर की स्थापना कर फिर स्वंय आई एस परीक्षा की तैयारी करने लगा। लेकिन होनी को कौन टाल सका है।

गुरूवार को घर से सहरसा जाने के क्रम में बाईक फिसली और घायल हुआ ईलाज के क्रम में अल्लाह को प्यारे हो गये।

यह घटना सिमरी बख्तियारपुर प्रखण्ड के बलवाहाट ओपी क्षेत्र के सरौजा पंचायत के चकमका निवासी मो. नसीरूद्दीन के 25 वर्षीय मोहम्मद मंसूर आलम के साथ घटित हुआ है। घटना उस वक्त हुई जब वह अपने घर से सहरसा जाने के लिये निकला एनएच 107 के बलही स्कूल के समीप अचानक बाईक फिसल गई।आसपास के लोगों ने इलाज के लिये अस्पताल पहुंचाया। जहां मंसूर की स्थिती गंभीर देखते हुये बेहतर ईलाज के लिये पटना रेफर कर दिया गया।पटना ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। शनिवार को शव गांव पहुंचा तो पुरा माहौल गमहीन हो गया। जनाजे की नवाज अदा मंसूर को सुपूर्द ए खाक कर दी गई।

मृतक युवक के पिता ने बताया की मंसूर महिला आईटीआई कालेज सहरसा में लेक्चरर के पद पर कार्यरत था साथ ही सहरसा रिफ्यूजी कालोनी में एडुकेयर मैथमेटिक्स क्लासेज कोचिंग सेंटर भी संचालित कर रहा था, वह आईएस परीक्षा की तैयारी पुरजोड़ रूप से कर रहा था वह कहता था इस वार वह जरूर परीक्षा निकाल लेगा।

इस घटना से पुरे जानने वाले दुखी है।लोहो का कहना है की मृतक युवक से सभी खुश रहते थे वही परिजनो का रो रो कर बुरा हाल है। एक घर का होनहार की असमय मौत से गांव वाले अचंभित है।