मक्का के बाली भौड़(दानाविहीन) देख उड़ने लगे किसानों के हौश 


कोशी के किसानों के लिये मकई फसल है पीला सोना

ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :- सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा)

इसे मौसम की मार कहें या फिर बीज की दगाबाजी दोनो हाल में ठगे महसुस कर रहें हैं देश के अन्नदाता किसान। कोशी के किसानों के लिये पीला सोना के समान मकई की फसल में दाना नही लग देख किसानों के हौश उड़ने लगे हैं।

दानाविहीन फसल दिखाते किसान

अगर मकई की फसल बर्वाद हुई तो इसका कई साईड इफेक्ट नजर आने लगेगा जिसमें प्रमुख बात बिटिया की सगाई से लेकर छोटूआ के मुंडन व घर का छत ढ़लाई व साहुकार का कर्ज चुकाने पर पड़ता नजर आ रहा हैं।

मकई के बाली में दाना नही लगने की खबर का शुरूआत सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र के बनमा-ईटहरी प्रखण्ड से आना शुरू हो गया है। यहां के किसानों का हौश मक्का के पौधों को देखकर उड़ने लगा हैं। अधिकांश खेतों में लगी मक्का की फसल दाना विहिन है।

रसलपुर पंचायत के मुरली गांव निवासी दर्जनों मक्का की किसान संजुला देवी, सिफन देवी, दिनकर यादव, नरेश यादव, महेन्द्र यादव, अनिल यादव, संजय यादव, विनोद यादव, पवन यादव, अरूण यादव, मो अंसार, सुभाष यादव, कैलू यादव, पुकार यादव, माधो यादव, मो रशीद आलम, किशोर यादव, मिराज आलम सहित अन्य किसानों का कहना था कि हमलोगों के खेतों में लगी मक्का की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गया है।

इस तरह हो रहें मकई की बाली

ये लोग कहते है कि पहला मार ठंड के समय में मक्का के पौधों में पीली होने का मार झेलना पड़ा था वहीं अब मक्का का पौधा बड़ा हुआ और फसल काटने के समय हो गया तो मक्का के पौधों में दाना ही नहीं है। अर्थात मक्का की फसल भौर हो गया है। जबकि किसानों का कहना है कि हम दाना विहिन मक्का की फसल से पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं।

जबकि फसल की अच्छी उपजाऊ हेतु खेती की सारी विधि-विधान किया गया है। 4 बार मक्का की फसल में पटवन के साथ- साथ खाद वगैरह भी समय-समय पर दिया गया है। फिर भी हमलोगों को अच्छी फसल उपजाऊ हाथ नहीं लग पा रहा है। किसानों का कहना है कि रोने के सिवाय अब हमलोगों के लिए कुछ भी नहीं है। भगवान भरोसे ही उम्मीद लगा हुआ है।

किसानों की मानें तो सिर्फ मुरली गांव में 30 से 40 एकड़ भूमि में खेतों में लगी मक्का की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। जबकि क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में लगी उक्त बीज का मक्का की फसल का भी यही हाल होना बताया जाता है।

यह तो अभी खबर की शुरूआत मानी जा रही हैं चंद दिनों में क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से ऐसी खबरें आने की बात कही जा रही हैं।