पार्टी लाईन से हट लोजपा नेता सांसद पुत्र यूसुफ सलाउद्दीन ने तलाक बिल में बदलाव की हिमायत,जूलुस में हुऐ शामिल

वोट बैंक की चाहत में कई जनप्रतिनिधीयों ने जनसैलाब का किया समर्थन

सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती।

नगर पंचायत क्षेत्र के बख्तियारपुर ड्योडी(लोजपा सांसद चौधरी महबूब अली कैसर का आवास) स्थित मैदान में उमड़ा मुस्लिम महिलाऐं का जनसैलाब कई मायनों में चर्चा का विषय बना।

सबसे पहले चर्चा इस बात की होनी शुरू हुई कि यह रैली केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये तीन तलाक बिल के विरोध में आयोजित की गई थी। रैली की शुरूआत स्थल मोदी सरकार में शामिल लोजपा पार्टी के खगड़िया सांसद चौधरी महबूब अली कैसर के आवास परिसर मैदान को रखा गया है जो हजम नही हो रही थी। हलांकि सभी कयासों पर विराम लगाते हुये जब सांसद पुत्र सह लोजपा प्रदेश महासचिव युसूफ सलाउद्दीन ने स्वय रैली में पहुंच इसका समर्थन देने की बात कह बकायदा जुलूस में शामिल हो अनुमंडल मुख्यालय तक पैदल मार्च में शामिल हो संबोधित किया।

लोजपा नेता के जुलूस में शामिल होते देख मीडिया के लिये कौतूहल का विषय बने रहने के बाद उन्होनें मीडिया से मुखातिब हो अपनी स्थिती स्पष्ट करते हुये कहा कि सरकार के समर्थन में इस बिल को लेकर है लेकिन बिल में अभी भी बहुत सुधार की जरूरत है।
सुधार की कहां जरूरत है के सवाल पर उन्होनें ने कहा कि इस बिल में जो तीन साल की सजा का प्रावधान किया गया है वह कुछ अटपटा सा लग रहा हैं इसमें सुधार की जरूरत है।

वही इन सब ब्यानों को लोजपा पार्टी के बयान माने के सवाल पर वे अपना पक्ष रखते हुये पिछे हट गये और कहा कि यह मेरा निजी राय है जो में मानता हूं।
वही दुसरे मानेय में यह चर्चा का विषय बना कि इस तरह का मुस्लिम महिलाओं का जनसैलाब पहली बार सिमरी बख्तियारपुर में देखने को मिला। पर्दानशी महिलाऐं जिनमें युवतियों की कौन कहें अधैड़ व बुजूर्ग व अपने गोद में छोटे छोटे बच्चें लिये पैदल मार्च में सिरकत की।

वही कुल स्थानिय नेता जिनमें राजद जिलाध्यक्ष जफर आलम,लोजपा नेता युसूफ सलाउद्दीन सहित कुछ जनप्रतिनिधीयों ने जुलूस को समर्थन करते देखा गये। हलांकि आयोजन कमेटी ने इस जुलूस को किसी पार्टी से अलग रखने का भरपुर प्रयास किया।