मुस्लिम महिलाओं ने मौन जुलूस निकाल एसडीओे के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा

आइम्मा ए मसाजिद के बैनर तले हुये इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में पैदल मार्च में शामिल हुई महिलाऐं

सिमरी बख्तियारपुर(सहरसा) ब्रजेश भारती की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट :-

अनुमंडल मुख्यालय पहुंची जनसैलाब

सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल मुख्यालय में गुरूवार को “आइम्मा ए मसाजिद”के बैनर तले केन्द्र सरकार द्वारा लाये जा रहें तीन तलाक बिल के विरोध में सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र की हजारों महिलाओं ने सड़क पर उतर बिल का विरोध कर पैदल मार्च किया।

पैदल मार्च मौन जुलूस एनडीए सांसद चौधरी महबूब अली कैसर के ड्योडी स्थित आवास में एकत्र हो वहां से अनुमंडल मुख्यालय पहुंच एसडीओे के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।

इससे पहले दिन के दस बजे से ही अनुमंडल क्षेत्र के तीनों प्रखंडो से महिलाओं का जत्था ड्योडी स्थित मैदान मैदान पहुचना शुरू हो गया।

ड्योडी स्थित मैदान में ही बनाये गये मंच से संचालन का कार्यक्रम आयोजित की गई। जिला रेड क्रास सोसायटी के सदस्य कौकब सुल्ताना की अगुवाई में संचालित इस सभा को अनवरी ग्यास, शबनम तबारख, फरीदा बानों, शगुफ्ता यास्मिन,निदा तहसीन,उजमा आदि ने अपने संबोधन से केन्द्र द्वारा लाये जा रहें तीन तलाक बिल का पुरजोर विरोध की।
वक्ता मुस्लिम महिलाऐं ने कहा कि शरीयत के कानून में किसी प्रकार का बदलाव करने का अधिकार सरकार को नहीं देंगी। वक्ताओं ने कही कि तीन तलाक बिल से महिलाओं और बच्चों को अधिक परेशानी होगी। पुरुष अगर तलाक देने के बाद तीन साल के लिए जेल चले जाएंगे तो परिवार की महिलाओं और बच्चों का खर्च कैसे चलेगा! जेल से बाहर निकलने के बाद पुरुष महिलाओं और बच्चों का ध्यान भी नहीं रखेंगे।

उन्होंने ये भी कहा कि अगर सरकार तीन तलाक बिल को वापस नहीं लेती है, तो महिलाएं मर मिटने को भी तैयार है और विरोध में सुप्रीम कोर्ट तक पैदल मार्च कर अपनी बात रखेंगी।

बिल को जल्द से जल्द वापस लेने की मांग करते हुये कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ का खुला हस्तक्षेप है भारतीय संविधान की धारा 14 एवं 15 का उल्लंघन है।तीन तलाक अभिशाप नही वरदान है !

कार्यक्रम उपरांत महिलाओं का हुजूम वहां से पैदल मार्च करते हाथों में तिरंगा व तख्ती लिये शर्मा चौक होते हुये ब्लाक चौक होते हुये डाकबंगला चौराहा से अनुमंडल मुख्यालय पहुंच सभा में तब्दील हो गई। वहां से एक शिष्टमंडल एसडीओे सुमन प्रसाद साह से मिल महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन पत्र समर्पित किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में ईमाम संघ के जिलाध्यक्ष हाफिज मुमताज,नगर अध्यक्षा रौशन आरा,जयाउद्दीन,वजीह अहमद तसौबुर,मो मोजाहिर,हाफिज फिरोज,मुफ्ती शादाब,कारी अब्दुल गफ्फार,मंजूर आलम,पटना से पहुंची शगुफ्ता यासमीन,साजिद इकबाल आदि लगे रहें।

इधर, रैली को लेकर प्रशासन के द्वारा नगर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। तीन दण्डाधिकारी की नियुक्ती के साथ थानाध्यक्ष रणबीर कुमार महिला व पुरूष बल के साथ मुस्तैद देखे गये।