तीन-चार वर्षों से चल रहा है काम,कब पुर्ण होगा कार्य कोई बताने वाला नहीं


बनमा-ईटहरी प्रखंड के तरहा नदी में बन रहे इस पुल से लाखों की आवादी को मिलेगा फायदा


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती की रिपोर्ट :-


सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अंतर्गत बनमा-ईटहरी प्रखंड के सहुरिया पंचायत के तरहा नदी में वर्षा से निर्माणधीन एक पुल में पुल तैयार होने से पहले ही पाए में मोटी दरार आ गई है। 

पुल के एक पाया में दरारे देखर ग्रामीणों के होश उड़ने लगे हैं। ग्रामीणों मो. इफ्तेखार आलम, मो. रूष्तम, सुरेश पंडित, जटाशंकर ठाकुर, प्रदीप राम, छठू पंडित, मो. मशीर, मो जाहिद, मो नौशाद सहित अन्य ग्रामीणों का आरोप है कि पुल के निर्माण कार्य पूर्ण होने से पहले ही जब पाया में दरारे आना शुरू हो गया है तो आगे इसकी गुणवत्ता कितना कारगर हो पाएगा। जबकि इस पुल निर्माण को लेकर ग्रामीणों के द्वारा शुरू से ही मुद्दा उठाया जाता आ रहा कि पुल का निर्माण कार्य में गुणवत्ता की काफी अनदेखी किया जा रहा है।


ग्रामीणों की मानें तो निर्माण कार्य के समय स्थल पर न तो विभागीय जेई रहते हैं और न ही कोई विभागीय अधिकारी । लिहाजा यही कारण है कि पुल निर्माण का कार्य भगवान भरोसे होता रहा और आज दरारे आना शुरू हो गया है। इतना ही नहीं लापरवाही के आलम यह है कि आज तक पुल को लेकर पुल संबंधी कहीं भी सूचना पट्ट भी नजर नहीं आता है। जिस कारण पुल की लागत सहित अन्य संबंधी जानकारियां ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही है।

निर्माण कार्य है बंद :-


इस पुल के निर्माण कार्य का आलम यह है कि तीन-चार वर्षो से अब तक निर्माण चल ही रहा है और अब तक पुल आवागमन के लिए समर्पित नहीं किया गया है। ग्रामीणो के अनुसार हर तीन-चार महीने में दो-चार दिन काम होता है और फिर बंद हो जाता है। यही कारण है कि अब तक पुल का काम पूरा नहीं हो पाया है। पुल के दोनों छोड़ पर पहुंच पथ बनाना है जो बीते छह महीने से यूं ही पड़ा हुआ है।

ग्रामीणों के द्वारा पुल निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच जिला प्रशासन से कराने की मांग किया गया है। इन लोगों का कहना है कि अगर सही जांच हुई तो कई अधिकारी मरेंगे सो अलग फिर से पुल के पाए का निर्माण करना पड़ेगा वो अलग।