भारत में सोना सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि भावना है। यह निवेश, परंपरा और सुरक्षा का प्रतीक है। शादी-ब्याह, तीज-त्योहार या संकट के समय, हर मौके पर सोना भारतीयों की पहली पसंद होता है।
हाल के दिनों में सोने की कीमतों में उथल-पुथल देखने को मिली है। 14 जुलाई 2025 को एक बार फिर से सोने के भाव में गिरावट आई, जिससे आम उपभोक्ताओं को राहत मिली। इस गिरावट को लेकर बाजार में हलचल रही और खरीदारों ने तेजी से रुचि दिखाई।
यह गिरावट आश्चर्यजनक इसलिए भी थी क्योंकि पिछले कुछ महीनों से सोने की कीमतें लगातार ऊंचाई पर थीं। ऐसे में भाव का नीचे आना निवेश के लिए एक सुनहरा मौका बन गया है।
जानें सोने का ताज़ा भाव
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14 जुलाई को देशभर में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने के दामों में मामूली लेकिन अहम गिरावट दर्ज की गई।
24 कैरेट सोना, जो कि सबसे शुद्ध किस्म का माना जाता है, उसका दाम इस दिन लगभग ₹99,700 से ₹99,900 प्रति 10 ग्राम के बीच रहा। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे प्रमुख शहरों में यह अंतर देखा गया।
22 कैरेट सोने के दाम ₹91,550 से ₹91,700 प्रति 10 ग्राम के करीब रहे। यह कैरेट आम तौर पर गहनों की खरीद में ज्यादा प्रयोग होता है, इसलिए इसकी कीमत आम लोगों के लिए अधिक मायने रखती है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में टैक्सेशन और ट्रेडिंग सिस्टम के कारण थोड़े अंतर के साथ दाम तय होते हैं। लेकिन कुल मिलाकर यह दिन खरीदारों के हित में रहा।
गिरावट के मुख्य कारण
हाल फिलहाल में सोने के दाम ₹1,00,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुके थे। लेकिन जून के अंतिम सप्ताह के बाद से सोना धीरे-धीरे नीचे आने लगा।
इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं जैसे – डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत हुआ, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना कमजोर हुआ, और अमेरिका-चीन के व्यापारिक संबंधों में बेहतरी के संकेत मिले।
इसके अलावा, दुनियाभर के निवेशकों ने मुनाफावसूली करना शुरू किया, जिससे सोने की मांग थोड़ी कम हो गई और भाव गिर गए। भारतीय बाजार पर भी इस असर को साफ देखा गया।
कैसे तय होते हैं सोने के भाव?
भारत में सोने की कीमतें मुख्य रूप से इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) निर्धारित करती है। यह संगठन विभिन्न शहरों के ट्रेडर्स और डीलर्स से जानकारी इकट्ठा कर भाव तय करता है।
हालांकि, ग्राहकों को यह कीमत टैक्स व शुल्क जोड़ने के बाद मिलती है। इसमें GST, मेकिंग चार्ज और अन्य खर्च शामिल होते हैं जो दुकानदार द्वारा अलग-अलग हो सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार, कच्चे सोने की कीमत, आयात शुल्क, और डॉलर-रुपया की विनिमय दर जैसी बातें सीधे भाव को प्रभावित करती हैं।
सुरक्षित निवेश का जरिया
सोना निवेश का बेहतर माध्यम है, लेकिन जब यह डिजिटल हो, तो और लाभ मिलता है। सरकार ने इसे ध्यान में रखते हुए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) योजना की शुरुआत की थी।
इस स्कीम के तहत निवेशक फिजिकल गोल्ड की बजाय उसके बॉन्ड खरीद सकते हैं। ये बॉन्ड रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा जारी किए जाते हैं। निवेशक को इसमें हर साल 2.5% का निश्चित ब्याज मिलता है, जो हर छह महीने में सीधे बैंक खाते में जमा होता है।
बॉन्ड की मूल अवधि 8 साल होती है, लेकिन 5 साल के बाद इसे समय से पूर्व निकाला भी जा सकता है। इससे ना केवल बाजार भाव पर फायदा लिया जा सकता है, बल्कि मेकिंग चार्ज या स्टोरेज की चिंता भी नहीं रहती।
यह स्कीम खासतौर पर उन निवेशकों के लिए उपयोगी है जो सुरक्षित, टैक्स लाभकारी और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की योजना बना रहे हैं।
मिलने वाले लाभ और शर्तें
- ब्याज: 2.5% प्रति वर्ष का निर्धारित ब्याज, जो फिजिकल गोल्ड में नहीं मिलता।
- टैक्स छूट: मैच्योरिटी पर होने वाला लाभ टैक्स-फ्री होता है, जो बड़ा फायदा है।
- रखरखाव नहीं: फिजिकल सोने की तरह स्टोरेज या चोरी की चिंता नहीं होती।
- सरकारी भरोसा: यह योजना केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाती है, इसलिए पूरी तरह सुरक्षित है।
SGB में निवेश करके आप सोने के बाजार मूल्य में भी फायदा पा सकते हैं और ब्याज के रूप में अलग से कमाई भी कर सकते हैं।
निवेश के फायदे
सोना न केवल परंपराओं से जुड़ा हुआ है, बल्कि यह एक मजबूत निवेश भी है। खासतौर पर जब बाजार में संकट आता है, स्टॉक्स गिरते हैं, तब सोना अपने मूल्यों को बनाए रखने की ताकत रखता है।
यह संपत्ति के एक मजबूत विकल्प के रूप में देखा जाता है। SGB जैसे डिजिटल विकल्पों ने निवेश को और भी सुविधाजनक बना दिया है।
नकद की कमी, स्टोरेज जोखिम और टैक्स बढ़ने जैसे मुद्दों से बचते हुए आप इसमें बिना किसी परेशानी के पैसा लगा सकते हैं।
निष्कर्ष
14 जुलाई 2025 को सोने के भाव में आई गिरावट बाजार और ग्राहकों के लिए एक सुनहरा अवसर बन गई। इस समय निवेश करने वालों को निश्चित रूप से फायदा हो सकता है।
सरकार की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जैसी योजनाएं आज के समय में सुरक्षित, लाभकारी और सुविधाजनक विकल्प प्रदान कर रही हैं। ऐसे में ये समय सोने में निवेश करने के लिए एक सही मौका हो सकता है।