वरीय शिक्षक के रहते कनीय चलाते हैं स्कूल, बीईओ के आदेश का नही हुआ पालन 


वरीय शिक्षक बिमारी का बहाना बना एचएम का प्रभार नहीं लिया


सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती।


आज के दौर में शायद ही कोई ऐसा वरीय शिक्षक होंगे जो बीईओ के द्वारा एचएम का प्रभार लेने के आदेश को बिमारी का बहाना बना प्रभार नहीं लेगा। 

जी हां ऐसा ही हुआ है सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड अन्तर्गत प्राथमिक मकतब अशरफचक में। यहां पदस्थापित वरीय शिक्षक सैफूल्लाह अशरफी ने यह कहते हुए बीईओ के प्रभार लेने के आदेश से इंकार कर दिया है कि वह शारीरिक एवं मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं। 


इस सब से आक्रोशित यहां के दर्जनों अभिभावकों ने गुरुवार को विद्यालय में जमकर हंगामा खड़ा कर दिया। आक्रोशित अभिभावकों को कहना था कि इस विद्यालय में वरीय नियमित शिक्षक रहने के बावजूद शिक्षा मित्र में बहाल शिक्षक मो सज्जाद आलम अपने स्थानिय होने का प्रभाव दिखाकर प्रधानाध्यापक बने बैठे हैं जबकि शिक्षा विभाग द्वारा वरीय नियमित शिक्षक सैफूल्ला अशर्फी को प्रधानाध्यापक बनाते हुए तीन दिनों के अंदर प्रभार लेने का लिखित आदेश दिया गया। 


इसके बावजूद आज तक मो सज्जाद से प्रभार नहीं लिया। अभिभावकों का आरोप था कि इस विद्यालय में पदस्थापित शिक्षको के द्वारा पठन पाठन में रूचि नहीं लिया जाता है यहॉ के शिक्षकों को विद्यालय समय से कोई लेना देना नहीं है जिसे जब मन हुआ आया और चला गया ।


एमडीएम चलता तो है लेकिन मेन्यू का कभी पालन नहीं किया जाता है उस पर से बच्चों की उपस्थिति अधिक दर्ज किया जाता है।

गुरुवार को इस विद्यालय में कुल नामांकित 223 में मात्र 94 छात्र ही उपस्थित थे । विद्यालय में कुल छह शिक्षक है जिसमें दो पुरूष चार महिला शिक्षिका है । वहीं विद्यालय कमेटी के सचिव पति अब्दुल हफीज ने कहा इस विद्यालय के शिक्षकों द्वारा पठन पाठन से कोई लेना देना नहीं है जिसके कारण हमारे बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है जिसे हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे जिसे हम अभिभावक जिलाधिकारी से मुलाकात कर विद्यालय की स्थिति से अवगत कराते हुए उचित कार्रवाई की मांग करेंगे । 


वहीं वार्ड सदस्य सह विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष चंदन साह ने इस विद्यालय के सभी शिक्षकों पर अपनी मनमानी करने का आरोप लगाया है।  इनका कहना था कि शिक्षक सिर्फ विद्यालय आते हैं और समय बिताकर चलें जाते हैं । 


वहीं इस संदर्भ में प्रधानाध्यापक मो सज्जाद ने बताया कि हमपर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है वरीय नियमित शिक्षक सैफूल्ला अशर्फी ने 29 नवम्बर को ही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में लिखित आवेदन देकर अपने बीमारी की बात कह प्रभार लेने में असर्मथता जताई है । जिस कारण से अभी तक हम प्रधानाध्यापक पद पर बने हुए हैं । अगर वे प्रभार लेते तो हमें प्रभार देने में कोई परेशानी नहीं होगी।