पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। हाल ही में सोने के दाम में बड़ी गिरावट आई है, जिससे आम निवेशक और खरीददार दोनों के लिए राहत की खबर है। जहां एक ओर सोना अपने रिकॉर्ड हाई से नीचे आ चुका है, वहीं दूसरी ओर आने वाले समय में इसकी कीमतों को लेकर कई तरह की भविष्यवाणियां की जा रही हैं।
सोना भारतीय बाजार में न केवल निवेश का एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है, बल्कि शादी-ब्याह और त्योहारों में भी इसकी मांग बनी रहती है। पिछले सालों में वैश्विक आर्थिक हालात, महंगाई, डॉलर की मजबूती और जियोपॉलिटिकल तनाव के कारण सोने की कीमतों में तेजी देखी गई थी। लेकिन अब हालात बदल रहे हैं और सोने के दाम में गिरावट की खबरें लगातार आ रही हैं।
इस लेख में हम जानेंगे कि जुलाई 2026 तक सोने की कीमतें कितनी गिर सकती हैं, मौजूदा रेट क्या है, गिरावट के पीछे क्या कारण हैं और आगे क्या संभावनाएं हैं।
Gold Rate 2025
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बिंदु | जानकारी |
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वर्तमान भाव (जुलाई 2025) | 92,000 – 95,000 रुपये प्रति 10 ग्राम |
रिकॉर्ड हाई | 1,01,000 रुपये प्रति 10 ग्राम (अप्रैल 2025) |
गिरावट का कारण | डॉलर मजबूत, वैश्विक मंदी, निवेशक मुनाफावसूली |
2026 अनुमान (न्यूनतम) | 70,000 – 75,000 रुपये प्रति 10 ग्राम |
2026 अनुमान (अधिकतम) | 1,25,000 रुपये प्रति 10 ग्राम |
मुख्य प्रभावित फैक्टर | अंतरराष्ट्रीय बाजार, डॉलर-रुपया दर, ब्याज दरें |
निवेश सलाह | गिरावट में खरीदारी पर विचार करें |
चांदी का रेट | 95,000 – 97,000 रुपये प्रति किलो |
मौजूदा स्थिति और भविष्यवाणी
अभी के हालात देखें तो मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर 24 कैरेट सोना अपने रिकॉर्ड हाई से करीब 8,000 रुपये तक सस्ता हो चुका है। अप्रैल 2025 में सोना 1,00,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास पहुंच गया था, लेकिन जून के अंत तक यह गिरकर करीब 92,262 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है।
पिछले एक सप्ताह में ही सोने की कीमतों में 3,500 से 5,500 रुपये तक की गिरावट दर्ज की गई है। घरेलू बाजार में भी 24 कैरेट सोना 95,780 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जो कि एक हफ्ते पहले 98,691 रुपये था।
सोने का अनुमानित भाव
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में, HSBC और J.P. Morgan जैसी संस्थाओं ने 2026 के लिए औसत सोना कीमत $3,000 से $4,000 प्रति औंस के बीच रहने का अनुमान लगाया है।
- भारतीय बाजार में, अगर डॉलर-रुपया दर और टैक्स को ध्यान में रखें, तो जुलाई 2026 तक सोने की कीमत 70,000 से 1,25,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में रह सकती है।
- कुछ विश्लेषकों का मानना है कि जुलाई 2026 तक सोना 70,000-75,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास आ सकता है, अगर वैश्विक दबाव और डॉलर की मजबूती बनी रहती है।
गिरावट के मुख्य कारण
- डॉलर की मजबूती: जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें आमतौर पर गिरती हैं।
- वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: मंदी की आशंका और जियोपॉलिटिकल तनाव का असर।
- निवेशक मुनाफावसूली: जब सोना रिकॉर्ड हाई पर पहुंचता है, तो निवेशक मुनाफा बुक करते हैं, जिससे कीमत गिरती है।
- ब्याज दरों में बदलाव: अमेरिका और अन्य देशों में ब्याज दरें बढ़ने से सोने की मांग घटती है।
- सरकारी नीतियां और टैक्स: इंपोर्ट ड्यूटी और टैक्स में बदलाव का भी असर पड़ता है।
सोने की कीमतों का अनुमान
- अंतरराष्ट्रीय बाजार: HSBC और J.P. Morgan जैसी बड़ी संस्थाओं के अनुसार, 2026 में सोने की औसत कीमत $3,000 – $4,000 प्रति औंस रह सकती है।
- भारतीय बाजार: डॉलर-रुपया दर, टैक्स और मांग के अनुसार, 10 ग्राम सोने की कीमत 70,000 से 1,25,000 रुपये के बीच रह सकती है।
- मिड-2026 तक गिरावट: विश्लेषकों के मुताबिक, सेकंड हाफ 2025 और 2026 की शुरुआत में सोने की कीमतों में और गिरावट आ सकती है, लेकिन इसके बाद स्थिरता आ सकती है।
निवेशकों के लिए सलाह
- गिरावट में खरीदारी का मौका: अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो गिरावट के समय सोना खरीदना फायदेमंद हो सकता है।
- मुनाफा बुकिंग: जिन निवेशकों ने ऊंचे रेट पर सोना खरीदा है, वे गिरावट में मुनाफा बुक कर सकते हैं।
- डायवर्सिफिकेशन: सोने के साथ-साथ अन्य निवेश विकल्पों पर भी ध्यान दें।
- नियमित अपडेट लें: बाजार की ताजा खबरों और रेट्स पर नजर रखें।
असर डालने वाले फैक्टर
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की डिमांड और सप्लाई।
- डॉलर-रुपया एक्सचेंज रेट।
- केंद्रीय बैंकों की खरीदारी।
- ब्याज दरों में बदलाव।
- वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक हालात।
Disclaimer:
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई कीमतें और अनुमान विभिन्न रिपोर्ट्स, विशेषज्ञों की राय और बाजार के मौजूदा हालात पर आधारित हैं। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। सोने की कीमतें बाजार के उतार-चढ़ाव, अंतरराष्ट्रीय घटनाओं और सरकारी नीतियों के अनुसार बदल सकती हैं। कोई भी निवेश निर्णय खुद की रिसर्च और विशेषज्ञ सलाह के बाद ही लें। यहाँ दी गई भविष्यवाणियां अनुमान पर आधारित हैं, वास्तविकता में बदलाव संभव है।