देशभर में FASTag ने टोल प्लाजा पर सफर को आसान बना दिया है, लेकिन अब एक बड़ा बदलाव सामने आया है। केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि जनवरी 2025 से देश के 72 प्रमुख हाईवे और एक्सप्रेसवे पर FASTag सिस्टम बंद किया जाएगा। इस फैसले का असर लाखों यात्रियों और वाहन मालिकों पर पड़ेगा, जो रोजाना इन रूट्स से गुजरते हैं।
इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य टोल कलेक्शन को और अधिक सुरक्षित, तेज़ और पारदर्शी बनाना है। सरकार नई तकनीक लाने की तैयारी में है, जिससे टोल वसूली में गड़बड़ी, ट्रैफिक जाम और अन्य समस्याओं को दूर किया जा सके। आइए जानते हैं, किन हाईवे पर FASTag नहीं चलेगा, इसका कारण क्या है और आगे क्या विकल्प मिल सकते हैं।
FASTag Ban 2025
This Article Includes
सरकार ने जिन 72 हाईवे और एक्सप्रेसवे पर FASTag सिस्टम बंद करने का फैसला किया है, वे देश के अलग-अलग हिस्सों में हैं। इन रूट्स पर अब या तो नई टेक्नोलॉजी लागू होगी या फिर पारंपरिक टोल कलेक्शन सिस्टम पर वापसी हो सकती है।
Overview Table
बिंदु | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | FASTag Ban on 72 Highways |
लागू तिथि | जनवरी 2025 से |
प्रभावित रूट्स | 72 प्रमुख हाईवे/एक्सप्रेसवे |
मुख्य उद्देश्य | टोल कलेक्शन को सुरक्षित, तेज़ और पारदर्शी बनाना |
नई टेक्नोलॉजी | एडवांस्ड डिजिटल या GNSS आधारित सिस्टम (संभावित) |
किसे असर पड़ेगा | रोजाना इन रूट्स से गुजरने वाले वाहन चालक |
वर्तमान विकल्प | पारंपरिक टोल या नई डिजिटल व्यवस्था |
सरकार की तैयारी | नई टेक्नोलॉजी का परीक्षण और लागू करने की प्रक्रिया |
FASTag Ban क्यों किया गया?
- सुरक्षा बढ़ाना: FASTag सिस्टम में कई बार डेटा चोरी, फर्जी टैग या डुप्लीकेट ट्रांजैक्शन की शिकायतें मिल रही थीं। नई टेक्नोलॉजी से इन समस्याओं पर काबू पाया जा सकेगा।
- ट्रैफिक जाम कम करना: टोल प्लाजा पर कई बार FASTag रीडिंग में दिक्कत के कारण लंबी कतारें लग जाती थीं। नई व्यवस्था से ट्रैफिक फ्लो बेहतर होगा।
- टोल वसूली पारदर्शिता: सरकार चाहती है कि टोल कलेक्शन में किसी भी तरह की हेराफेरी न हो, इसलिए सिस्टम को अपडेट किया जा रहा है।
- डिजिटल पेमेंट में सुधार: अब डिजिटल पेमेंट को और आसान और सुरक्षित बनाया जाएगा, जिससे यात्रियों को बार-बार रिचार्ज या फेल ट्रांजैक्शन की समस्या न हो।
- पर्यावरण संरक्षण: ट्रैफिक जाम कम होने से प्रदूषण भी घटेगा, जिससे पर्यावरण को फायदा मिलेगा।
नई व्यवस्था क्या होगी?
सरकार की योजना है कि इन 72 हाईवे/एक्सप्रेसवे पर नई GNSS आधारित टोलिंग सिस्टम लागू की जाए, जिसमें सैटेलाइट के जरिए दूरी के हिसाब से टोल वसूला जाएगा। इससे FASTag की जरूरत नहीं पड़ेगी और वाहन मालिकों को बार-बार रिचार्ज या ब्लैकलिस्टिंग जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- GNSS सिस्टम: इसमें टोल टैक्स आपके वाहन की यात्रा की दूरी के हिसाब से कटेगा।
- पारंपरिक टोल विकल्प: जब तक नई तकनीक पूरी तरह लागू नहीं हो जाती, तब तक कुछ जगहों पर पुराने तरीके से टोल वसूला जा सकता है।
- डिजिटल वॉलेट/UPI: भविष्य में टोल पेमेंट के लिए अन्य डिजिटल विकल्प भी दिए जा सकते हैं।
यात्रियों के लिए जरूरी बातें
- अगर आप इन 72 हाईवे पर सफर करते हैं तो जनवरी 2025 के बाद FASTag का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
- नई व्यवस्था लागू होने तक, सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
- टोल प्लाजा पर भीड़ से बचने के लिए समय पर जानकारी लें और नई टेक्नोलॉजी के बारे में अपडेट रहें।
- जिन हाईवे पर FASTag बंद होगा, वहां की पूरी लिस्ट जल्द ही सरकार द्वारा प्रकाशित की जाएगी।
FASTag Annual Pass और अन्य नियम
- FASTag Annual Pass अब इन 72 हाईवे/एक्सप्रेसवे पर मान्य नहीं होगा।
- बाकी नेशनल हाईवे और NHAI के अंतर्गत आने वाले टोल पर FASTag और Annual Pass पहले की तरह चलते रहेंगे।
- राज्य सरकार या प्राइवेट कंपनियों द्वारा संचालित टोल प्लाजा पर अलग नियम लागू हो सकते हैं।
फायदे
- ट्रैफिक जाम में कमी
- टोल वसूली में पारदर्शिता
- डिजिटल पेमेंट में सुधार
- पर्यावरण संरक्षण
- यात्रियों को बेहतर अनुभव
चुनौतियाँ
- नई टेक्नोलॉजी को समझने में समय लग सकता है।
- कुछ यात्रियों को शुरू में परेशानी हो सकती है।
- वाहन मालिकों को नए सिस्टम के लिए रजिस्ट्रेशन या अपडेट करवाना पड़ सकता है।
72 हाईवे/एक्सप्रेसवे की संभावित लिस्ट
सरकार ने अभी तक पूरी लिस्ट सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन इनमें देश के प्रमुख नेशनल हाईवे, इंटरस्टेट एक्सप्रेसवे और कुछ राज्य सरकार के अधीन रूट्स शामिल हो सकते हैं। जैसे:
- यमुना एक्सप्रेसवे
- मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे
- दिल्ली-जयपुर हाईवे
- लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे
- चेन्नई-बेंगलुरु हाईवे
- कोलकाता-दिल्ली हाईवे
(नोट: पूरी और आधिकारिक लिस्ट सरकार द्वारा जल्द जारी की जाएगी।)
क्या करें वाहन मालिक?
- सरकार की वेबसाइट या विश्वसनीय न्यूज सोर्स से अपडेट लेते रहें।
- नई व्यवस्था लागू होने पर समय पर रजिस्ट्रेशन या जरूरी प्रक्रिया पूरी करें।
- टोल प्लाजा पर किसी भी कन्फ्यूजन से बचने के लिए पहले से जानकारी रखें।
- अगर आप इन 72 हाईवे पर सफर करते हैं, तो नई व्यवस्था के अनुसार ही टोल पेमेंट करें।
Disclaimer:
यह जानकारी विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और सरकारी घोषणाओं पर आधारित है। अभी तक सरकार ने 72 हाईवे/एक्सप्रेसवे की पूरी और आधिकारिक लिस्ट सार्वजनिक नहीं की है, और नई टोलिंग टेक्नोलॉजी की घोषणा प्रक्रिया में है। अगर आपसे कोई व्यक्ति या वेबसाइट FASTag Ban के नाम पर पैसे मांगती है या फर्जी स्कीम बताती है, तो सतर्क रहें। हमेशा आधिकारिक सरकारी सूचना और वेबसाइट पर ही भरोसा करें।