न्याय समिति सहित श्रद्धालुओं में खुशी, आचार संहिता बन सकती है गले की हड्डी
ससमय राशि नहीं मिलने से महाशिवरात्रि के मौके पर नहीं आयोजित हो सका था महोत्सव
सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) सिमरी बख्तियारपुर का प्रसिद्ध बाबा मटेश्वर धाम कांठो बलवाहाट में इस बार विलंब से ही सही बिहार सरकार ने मटेश्वर महोत्सव की स्वीकृति देते हुए राशि निर्गत करने की अनुमति जिला प्रशासन को दे दी है। उम्मीद की जा रही है कि होली के बाद मटेश्वर महोत्सव 2024 का आगाज संभव हो सकता है।
बताते चलें कि प्रत्येक वर्ष तीन दिवसीय वृहत सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होता चला आया रहा है। लेकिन इस बार कला संस्कृति एवं युवा विभाग के द्वारा बाबा मटेश्वर महोत्सव को मिलने वाली सरकारी राशि की हरी झंडी महाशिवरात्रि के अवसर नहीं दी थीं। जिसको लेकर न्यास समिति सहित इलाके के लोगों में व्यापक आक्रोश एवं मायूसी देखा जा रहा था। कई लोग न्यास समिति पर भी उंगली उठानी शुरू कर दिया था।
अब जब महोत्सव की स्वीकृति व राशि निर्गत करने का निर्देश मिल गया है तो इलाके के लोगों में व्यापक खुशी देखी जा रही है लोगों ने सूवे के मुख्यमंत्री, विभाग के मंत्री सहित न्यास समिति के अध्यक्ष का शुक्रिया अदा भी किया है। सरकारी द्वारा निर्गत पत्र का प्रति लगा लोग सोशल मीडिया पर धन्यवाद देते खुशी व्यक्त कर रहे हैं।
मटेश्वर महोत्सव का दर्जा : वित्तीय वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 में कला संस्कृति एवं युवा विभाग के द्वारा पूर्व में मटेश्वर महोत्सव की स्वीकृति मिली थी। इस बार बिहार सरकार कला संस्कृति एवं युवा विभाग के ज्ञापांक 2/वि 60-118/2019- 740 दिनांक 15/3/2024 के माध्यम से इसे स्वीकृति मिली है। एवं 20 लाख रुपए महोत्सव के लिए राशि स्वीकृत की गई है। इससे पूर्व दो महोत्सव हुए हैं। जिसमें 15 लाख रुपए तक की राशि स्वीकृत की गई थी।
मायूसी : महाशिवरात्रि के अवसर पर पूर्व में तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज होता था। दो वर्ष से महाशिवरात्रि के अवसर पर राजकीय मटेश्वर महोत्सव भी होता आया था। इस बार भी होगा। न्यास समिति एवं प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक भी मटेश्वर धाम परिसर में महोत्सव की तैयारी को लेकर हो चुकी थी। लेकिन स्वीकृति एवं आवंटन नहीं आने के कारण महोत्सव नहीं हो सका था। जिसके कारण इलाके के लोगों में मायूसी एवं आक्रोश देखा जा रहा था।
क्या कहते हैं, न्यास समिति : मटेश्वर धाम मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष सह पूर्व विधायक डॉ अरुण कुमार ने कहा कि अथक प्रयास के बाद बिहार सरकार ने मटेश्वर महोत्सव की स्वीकृति दी है। कई बार बिहार सरकार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री सहित विभागीय अधिकारियों से मिलकर अपनी मांगों को रखा गया था।
उन्होंने तहेदिल से सूबे के मुख्यमंत्री मंत्री एवं कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने मटेश्वर महोत्सव की स्वीकृति देकर कोसी क्षेत्र के इस पिछड़े इलाके के सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का काम किया है। इस बार सरकार ने 5 लाख रुपए अधिक दिये है। उन्होंने कहा कि अब जब राशि निर्गत करने की अनुमति मिल गई है तो जल्द बैठक आयोजित कर आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया जाएगा।
खुशी : न्यास समिति के उपाध्यक्ष सत्यनारायण सिंह, सचिव जगधर यादव, मुन्ना भगत, विनोद सिंह, जयशंकर सिंह, धर्मवीर सिंह, रामोतार यादव, पिंकू यादव, शैलेन्द्र सिंह, महेश ठाकुर, कृष्ण कन्हैया, दीपक सिंह, सौरभ कुमार, परितोष कुमार, ब्रह्मदेव तांती, अरविंद यादव आदि ने न्यास समिति अध्यक्ष सहित मुख्यमंत्री, कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री सहित न्यास समिति के अध्यक्ष का शुक्रिया अदा किया है।
क्या कहते हैं, अधिकारी : सिमरी बख्तियारपुर एसडीओ सह धार्मिक न्याय समिति की स्थाई पदेन अध्यक्ष अनीषा सिंह ने बताई कि बाबा मटेश्वर धाम महोत्सव आयोजन का अभी तक कोई प्रशासनिक सूचना नहीं मिली है। पत्र प्राप्ति उपरांत ही वरीय अधिकारीयों से मिले निर्देश उपरांत कुछ कहा जा सकता है।
आचार संहिता कही बन ना जाए गले की हड्डी : सूत्रों के अनुसार कला संस्कृति एवं युवा विभाग ने मटेश्वर महोत्सव की स्वीकृति तो दें दी है। लेकिन अगर जिला प्रशासन सजग नहीं रहीं तो महोत्सव पर ग्रहण लग सकता है। सर्वप्रथम सांस्कृतिक कैलेंडर की घोषणा के तहत मटेश्वर महोत्सव की तारीख का ऐलान होना है। वहीं तकनीकी तौर पर लोकसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लगा हुआ है।
माना जा रहा है कि चुनाव आयोग से भी परमिशन के बाद ही आयोजन संभव होगा। तत्पश्चात महोत्सव तैयारी एवं चुनिंदा कलाकार चयन के बाद ससमय राशि निकासी भी महत्वपूर्ण है। अगर जिला प्रशासन त्वरित व्यवस्था नहीं कर पातीं है तो महोत्सव पर ग्रहण लग सकता है। अभी वर्तमान में न्यास समिति को प्रशासनिक अधिकारियों के आदेश का इंतजार है। अब देखने वाली बात होगी कि जिला व अनुमंडल प्रशासन क्या कदम उठाती है।