• मृतक के जिंदा होने की अफवाह बाद पुनः शव को अस्पताल लाकर किया जमकर तोड़फोड़ व हंगामा

परिजनों ने इलाज में लगाया लाहपरवाही का आरोप, रेफर के बाद हंगामा हुआ शांत

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नं एक स्तिथ भौरा गांव निवासी फर्नीचर मिस्त्री 45 वर्षीय नंदन शर्मा की मौत करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। जिसके बाद शव को पुरानी बाजार-बलवाहाट एनएच 107 पथ के भौरा चौक के समीप रख मुआवजा की मांग को लेकर सड़क जाम कर जमकर हंगामा किया। इस दौरान मृतक के जिंदा होने की अफवाह बाद पुनः डेड बॉडी को अस्पताल लाया। जहां सैकड़ों ग्रामीणों ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ करते हुए हंगामा किया। डेड बॉडी को सहरसा भेज दिए जाने के उपरांत मामला शांत हुआ।

मृतक नंदन शर्मा, फाइल फोटो

वहीं सहरसा स्तिथ एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने जांचोपरांत मृत घोषित कर दिया। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की छानबीन शुरू कर दिया।

घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार भौरा निवासी बिन्देश्वरी शर्मा के 45 वर्षीय पुत्र नंदन शर्मा का एक फर्नीचर की दुकान सड़क किनारे भौरा चौक पर है। अन्य दिनों की भांति वह अपने दुकान पर फर्नीचर का काम कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस दौरान नंदन शर्मा पेशाब करने दुकान के बगल में पेड़ के नीचे गया कि अचानक करंट की चपेट में आ कर मुर्छित होकर गिर गया।

आनन-फानन में परिजनों ने नंदन शर्मा को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने जांचोपरांत नंदन शर्मा को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजन शव को लेकर भौरा चौक स्तिथ फर्नीचर दुकान पर आ गया। मौत की जानकारी ग्रामीणों को लगने पर धीरे-धीरे फर्नीचर दुकान में पहुंचना शुरू कर दिया।

इसके बाद ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लाहपरवाही का आरोप लगाते हुए शव को भौरा चौक पर रखकर मुआवजा की मांग को लेकर सड़क को जाम कर टायर जला हंगामा व प्रदर्शन करने लगा। जाम की सूचना पर नप उपाध्यक्ष प्रतिनिधि विकास कुमार विक्की जाम स्थल पहुंच ग्रामीणों को समझने का काम शुरू कर बिजली विभाग के अधिकारियों व पुलिस बलों को जाम की जानकारी दी।

सड़क जाम कर प्रदर्शन करते ग्रामीण

इसके बाद बख्तियारपुर थाना पुलिस जाम स्थल पहुंची। प्रदर्शनकारी बिजली विभाग के अधिकारी के आने से पहले जाम ख़त्म नहीं करने पर अड़े रहे। इस दौरान किसी ने ये बात कही कि डेड बॉडी में हरकत हुआ है। जिसके बाद जितनी मुंह उतनी बातें होते ही ग्रामीणों द्वारा ऑटो पर डेड बॉडी को अस्पताल के लिए चल दी। जिंदा है जिंदा है की खबर आग की तरह फैल गया।

ऑटो के साथ दर्जनों बाइक सवार ग्रामीण अस्पताल पहुंचा। जिसके बाद मौजूद ग्रामीण हंगामा शुरू कर दिया। चंद मिनटों में ही आक्रोशित ग्रामीणों ने अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दिया। जिसको जिधर जो मिला तोड़ना शुरू कर दिया। अस्पताल में रखे कुर्सी पर प्रदर्शनकारी टुट पड़े। करीब एक दर्जन कुर्सी, टेबल, ड्युटी चार्ट बोर्ड, डाक्टर केबिन को निशाना बनाते हुए तोड़ डाला।

इसके बाद बख्तियारपुर थानाध्यक्ष कृष्ण पुलिस बलों के साथ अस्पताल पहुंचे। मामले की नजाकत को देखते हुए बीडीओ डॉ अमित कुमार, नप अध्यक्ष प्रतिनिधि मो. हस्सान आलम, उपाध्यक्ष प्रतिनिधि विकास कुमार विक्की एवं अन्य प्रतिनिधियों के समझाने बुझाने एवं डाक्टरों द्वारा पुनः जांच पड़ताल शुरू करने पर हंगामा कर रहे ग्रामीण शांत हुए। इस बीच करीब एक घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला। कोई डेड बॉडी में हलचल की बात कह देता था तो लोग आक्रोशित हो जाते थे।

उसके बाद कुछ लोग सहरसा ले जाने की बात कहने लगे। जिस पर डेड बॉडी को बीडीओ सिमरी बख्तियारपुर के वाहन से सहरसा भेज दिया गया। हालांकि सहरसा स्तिथ एक निजी अस्पताल में डेड बॉडी ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने जांचोपरांत मृत घोषित कर दिया। उसके बाद परिजन शांत हुए। जिसके बाद पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले में अग्रतर कार्रवाई शुरू कर दिया।

क्या कहते हैं परिजन व ग्रामीण : वहीं पुरे मामले पर मृतक नंदन शर्मा के परिजन व ग्रामीण सिर्फ एक बात की रट लगाते रहे कि बिना इलाज किए ही डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उन लोगों का कहना था कि जब हमलोग प्रदर्शन कर रहे थे कि इस दौरान मृतक ने एक बार आंख खोली फिर उल्टी भी किया, वहीं दुध भी पिया। जिसके बाद पुनः अस्पताल नंदन को लाएं। लेकिन फिर भी इलाज नहीं कर जांच पड़ताल कर समय बिताते चला गया। परिजनों का कहना था कि यह सब जान बुझ कर किया गया। अगर उसका इलाज होता तो वो बच जाते तो सभी फंस सकते थे। इसलिए जान बुझ कर दुसरे बार इलाज नहीं कर रेफर कर दिया। रास्ते में उसकी मौत हो गई।

क्या कहते हैं डाक्टर : वहीं पुरे मामले पर उस वक्त ड्यूटी पर तैनात डॉ ने बताया कि जिस वक्त मरीज को लाया गया तो वो और अस्पताल उपाधीक्षक स्वयं मरीज की जांच किए। मरीज में मृत घोषित करने के प्रथम दृष्टया तीन सिम्टम्स पाए गए जिनमें नो पल्स, नो हर्ट बीट और आंख की पुतली का सिम्टम्स पाया गया। उसे मृत घोषित कर दी गई। परिजन शव को लेकर घर चले गए।