तीसरे दिन कोसी दियारा में कई हाई लेवल ब्रिज व सड़कों का किया गया उद्घाटन व शिलान्यास
  • दियारा में विकास की बह रही है बयार, डेंगराही पुल बनेगा मिशाल : सांसद

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) अनुमंडल क्षेत्र के सलखुआ प्रखंड के पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर कोसी दियारा क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत करीब 40 करोड़ की लागत से बने विभिन्न प्रकार की योजनाओं जिनमें पुल और सड़क शामिल हैं का उद्घाटन खगड़िया के सांसद चौधरी महबूब अली कैशर एवं स्थानीय विधायक यूसुफ सलाउद्दीन सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा रविवार को किया गया।

उद्घाटन कार्यक्रम की शुरुआत सलखुआ प्रखंड के अलानी पंचायत से की गई। जहां सहुरिया पथ में 4 करोड़ 78 लाख की लागत से निर्मित उच्चस्तरीय आरसीसी पुल का उद्घाटन किया गया। इसके बाद सांसद और विधायक ने टी जीरो टू से सामहरकला तक 7 करोड़ 96 लाख 29 हजार 897 रुपये की लागत से 5.203 किलोमीटर निर्मित सड़क का उद्घाटन किया।

वहीं फनगो के समीप से बनकटी भाया कोपरिया जाने वाली सड़क मार्ग जो करीब साढ़े 6 किमी है का उद्घाटन किया गया। इस सड़क मार्ग का लागत करीब 4 करोड़ 91 लाख है। वहीं इस सड़क मार्ग में विभिन्न प्रकार के चार पुल का भी उद्घाटन किया गया। जिसमें एक उच्चस्तरीय पुल है जिसकी लागत करीब पांच करोड़ रुपए है। इसके अलावे कई अन्य पुल का भी उद्घाटन किया गया।

इस मौके पर सांसद चौधरी महबूब अली कैशर ने कहा कि अलानी पंचायत के इस पुल के बन जाने से दर्जनों गांव के लोग लाभान्वित होंगे एवं उनका आर्थिक एवं सामाजिक विकास होगा। सांसद ने कहा कि कोसी तटबंध के अंदर रहने वाले लोगों भी विकासात्मक कार्यो के पूर्ण होने से मुख्य धारा में जुड़ रहे है। उन्होंने कहा कि दियारा में पुल पुलियों के साथ पक्की सड़क का निर्माण हो रहा है।

वहीं विधायक यूसुफ सलाउद्दीन ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा विकास को तरजीह दी जा रही है। जिसका प्रमाण यह है कि अब फरकिया क्षेत्र में विकास की राह पर चल रहा है। बीते वर्षों तक जो फरकिया के साथ जो फरक हुआ वह अब नही होगा। उन्होंने कहा कि दियारा के विकास में डेंगराही पुल बाधक बनी हुई थी उसको भी हमारी सरकार बनाने की घोषणा कर दी है।

इस मौके पर जिला परिषद अनिल भगत, प्रसून सिंह, खुशीलाल भगत, दारा सिंह, चंदन यादव, रणवीर यादव, वसी अहमद, मेहराज आलम, ललिकांत निषाद, ज्ञानचंद, अबु तोराब, मुरारी यादव, रामविलास भगत, अरूण भगत, भागवत साह, राजेन्द्र राम, सुरेन्द्र यादव, मो. पप्पू, गुरुदेव यादव सहित अन्य मौजूद थे।