दिवंगत विश्वनाथ बाबू के समाजिक फैसले मिशाल बनते थे : सांसद

सलखुआ (सहरसा) सलखुआ प्रखंड के उटेशरा पंचायत के पूर्व मुखिया 102 वर्षीय वयोवृद्ध विश्वनाथ प्रसाद यादव का रविवार की सुबह निधन हो गया। पूर्व मुखिया विश्वनाथ प्रसाद अपने पैतृक आवास उटेशरा गांव में अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर मिलते ही पंचायत में शोक की लहर दौड़ गयी।

वो अपने पीछे दो पुत्र प्रोफेसर श्यामल किशोर यादव और सुनील कुमार एवं तीन पौत्र ब्रजेश कुमार, डॉ नित्यानंद एवं दो पौत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए। प्रखंड क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, सामाजिक एवं राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने उनके घर पहुंच कर परिजनों को ढांढस बंधाते निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया।

मधेपुरा सांसद दिनेशचंद्र यादव ने निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वनाथ बाबू नेक दिल इन्सान के साथ एक सच्चे समाज सेवी थे। उनके द्वारा किए गए पंचायत के फैसले अहम होते थे। उनके निधन से पूरा गांव सहित परिजनों की आंखें नम है।

पूर्व विधायक डॉ अरुण यादव ने निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मृदुभाषी मिलनसार विश्वनाथ बाबू पंचायत से लेकर प्रखंड तक सामाजिक सौहार्द व आपसी भाईचारे बनाए रखने के लिए सभी के करीबी रहे हैं। पंचायती राज के गठन के बाद 27 वर्ष तक उटेशरा पंचायत के मुखिया रहे।

निधन पर पूर्व जिला परिषद ओमप्रकाश नारायण, पूर्व मुखिया सह पूर्व बीस सूत्री अध्यक्ष उदय कुमार सिंह, विन्देश्वरी यादव, जयनाथ यादव, स्वामी योगिराज जी महाराज, सुबोध यादव, केशव यादव, ब्रजेश, सत्यम, उत्कर्ष, उत्सव, उत्पल सहित अन्य ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया।