संघ की बैठक में मुखिया जी सब 9 सूत्री समस्याओं पर गहन विचार विमर्श किया
  • अगर अफसरशाही खत्म नहीं हुई तो सभी मुखिया एक साथ दे देंगे इस्तीफा : अध्यक्ष

सहरसा/भार्गव भारद्वाज : सहरसा जिले के लगभग सभी मुखिया जी इन दिनों पंचायती राज में अफसरशाही बढ़ जानें से तंग तबाह हैं, नतिजा वे जनता के उम्मीदों पर शत प्रतिशत खड़ा नहीं उतर रहे हैं। पंचायती राज पर बढ़ते अफसरशाही को लेकर जिला मुखिया संघ ने सामूहिक इस्तीफ़ा दे देने की चेतावनी दी है।

सोमवार को शहर के गंगजला चौक स्थित देव रिसोर्ट में जिला मुखिया संघ की एक बैठक आयोजित की गई। मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष विनय कुमार यादव ने जिले के सभी मुखिया से बातचीत कर पंचायत में होने वाली समस्याओं से अवगत हुए। सभी ने एक स्वर में कहा कि सभी कार्यों में सरकारी अफसर काफी हस्तक्षेप करते हैं जो सही नहीं है, इसका पुरजोर विरोध होना चाहिए।

बैठक में 9 सूत्री मांगों को लेकर व्यापक विचार विमर्श किया गया। जिला अध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत होने वाले 5 लाख रुपए तक की योजना का कोड एवं पासवर्ड मुखिया को उपलब्ध होनी चाहिए। साथ ही 15 वें वित्त आयोग का जो गाइडलाइन है उसे स्पष्ट रूप से पंचायत को लिखित रूप से उपलब्ध हो। वहीं जन वितरण प्रणाली के तहत चावल आवंटन में एकरूपता की नीति लागू हो। उन्होंने कहा कि पंचायत अंतर्गत सभी सरकारी कर्मियों का उपस्थिति पंजी ग्राम पंचायत को मिले।

वही कबीर अंत्येष्टि के तहत आवंटन शीघ्र देने की मांग की गई। इस मौके पर बड़गांव के मुखिया पति अविनाश खां बौआ ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत राशि उपलब्ध नहीं कराए जाने से लोगों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि जनता को मुखिया से बहुत अपेक्षा और आशा रहती है। लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा मुखिया के कार्यों में अवरोध पैदा किया जाता है।

जिसके कारण मुखिया चाह कर भी जनता के लिए कुछ नहीं कर पाता है। वही कोपरिया पंचायत के मुखिया राकेश कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा भ्रमित किया जा रहा है जिसके कारण विकास कार्य अवरुद्ध है। उन्होंने कहा कि पंचायती राज के जो सपने राष्ट्रपिता ने देखे तो उन्हें अफसरशाही खत्म करने पर तुले हैं। इस अवसर पर मोहनपुर मुखिया अरुण यादव, प्रेम शंकर उर्फ प्रमोद यादव, रणवीर यादव ने भी कन्या विवाह योजना, कबीर अंतेष्टि सहित अन्य योजना का भुगतान करने की मांग की।

मौके पर पवन यादव, गणेश गौरव सरोज कुमार यादव सहित अन्य लोगो ने कहा कि आज मुखिया के अधिकार का अफसरशाही हनन कर रहे हैं वही गांधी जी के सपनों को भुलाया जा रहा है। इस अवसर पर सभी मुखिया ने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द अफसरशाही को नहीं रोकी गई तो जिला के सभी मुखिया सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे।