फाइल फोटो
बचपन बचाओ आंदोलन की टीम ने राजस्थान पुलिस के सहयोग से नाबालिग को किया बरामद

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के शर्मा चौक वार्ड नं दो निवासी दरोगी शर्मा व साली लीला देवी द्वारा अपने चचेरे साढ़ू सहरसा जिले के भेड़धरी रुपनगरा निवासी की नाबालिग पुत्री का झूठी शादी करा एक लाख साठ हजार रुपए में राजस्थान के एक दलाल परिवार के हाथों बेच दिए जाने के मामले में बचपन बचाओ आंदोलन टीम के हस्तक्षेप बाद बुधवार को बख्तियारपुर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।

राजस्थान में बरामद लड़की से पुछताछ करती टीम

बख्तियारपुर में केस दर्ज होने के बाद बचपन बचाओ आंदोलन टीम के राजस्थान शाखा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थानीय राजस्थान पुलिस के सहयोग से नाबालिग युवती को बरामद कर लिया गया है। बचपन बचाओ आंदोलन टीम के स्टेट कॉर्डिनेटर अर्जित अधिकारी, फाउन्डर मेंबर धुरण महतों सहित अन्य लोग बख्तियारपुर थाना पहुंच मामले की जानकारी देते हुए बरामद युवती को सहरसा लाने की दिशा में पहल शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि नाबालिग के पिता व स्थानीय पुलिस व हमारी टीम जल्द बच्ची को सहरसा लाकर परिजनों को सौंप देगी।

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स्टेट कॉडिनेटर ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद राजस्थान में कार्यरत बचपन बचाओ आंदोलन शाखा की टीम के द्वारा स्थानिय पुलिस के सहयोग से बच्ची को बरामद कर लिया है। उन्होंने बताया कि भारत के कुछ प्रदेश जैसे हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में लड़कों की तुलना में लड़कियां काफी कम होने के कारण वहां शादी के लिए नावालिग लड़कियों का काफी मांग है।

फाइल फोटो, पीड़ित पिता

इस कारण से बिहार के कोशी क्षेत्र, पश्चिम बंगाल तथा असम से छोटी बच्चियों का तस्करी किया जाता है। वहां शादी के नाम पर बच्चों के साथ कई तरह के शोषण होता है। कई बार ऐसा देखने को मिला है कि शादी के कुछ साल बाद हुए बच्चों को रख कर पुनः उसे बेच दिया जाता है। इस कार्य में गांव के बिचौलिया का सहयोग रहता है।

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बताते चलें कि मासूम बच्ची के पिता ने अपने ही बख्तियारपुर शर्मा चौक निवासी साढू और साली पर आरोप लगाते हुए बख्तियारपुर थाना में आवेदन देकर पुत्री सकुशल बरामदगी की गुहार लगाई थी । वहीं बच्ची के पिता ने राजस्थान में बरामद बच्ची की पहचान करते हुए बचपन बचाओ आंदोलन टीम का तहेदिल से धन्यवाद दिया है।

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