कोर्ट परिवाद के आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस का शिकंजा कसना शुरू

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : अवर निबंधन कार्यालय सिमरी बख्तियारपुर में अब मुर्दे भी जमीन बेच रहे हैं जी हां, यह सच है। इस मामले में बख्तियारपुर थाना में कोर्ट परिवाद के आधार पर मामला दर्ज है। गुरूवार अहले सुबह बख्तियारपुर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर सलखुआ थाना क्षेत्र से एक आरोपी विद्यानंद यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस हिरासत में गिरफ्तार आरोपी

बख्तियारपुर थाना अध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया कि थाना कांड संख्या 64/22 के नामजद आरोपी विद्यानंद यादव की गिरफ्तारी की गई। इस मामले में पांच अन्य अभियुक्तों की भी गिरफ्तारी जल्द की जाएगी।

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क्या है मामला : वर्ष 2020 सलखुआ निवासी विद्यानंद यादव ने सिमरी बख्तियारपुर अवर निबंधन कार्यालय में एक मृत व्यक्ति देवनंदन प्रसाद भगत के स्थान पर अपने साला गिरीश यादव को खड़ा कर कातिब के मिलीभगत से फर्जीवाड़ा करते फर्जी केवाला करवा लिया। इतना ही नहीं अंचल कार्यालय सिमरी बख्तियारपुर से दाखिल ख़ारिज करवा रसीद भी कटवा लिया। जबकि देवनंदन प्रसाद भगत की मृत्यु वर्ष 2006 में ही हो गई थी।

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फ़रवरी 2022 में दर्ज हुआ : उपरोक्त मामले में सलखुआ थाना क्षेत्र निवासी पिंटू यादव ने कोर्ट परिवाद पत्र दायर कर बख्तियारपुर थाना कांड संख्या 64/22 कुल सात नामजद लोगों को आरोपी बनाया जिसमें सिमरी बख्तियारपुर के सिटानाबाद निवासी सिमरी बख्तियारपुर रजिस्ट्री कार्यालय के कातिब जय कृष्ण प्रसाद यादव सहित अन्य लोग शामिल हैं। इस केस में डीएसपी ने अपने पर्यवेक्षण में छः पर फर्जीवाड़ा को सत्य पाया जबकि एक व्यक्ति पर जांच का आदेश दिया था।

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