परिणाम के लिए अटकलें का बाजार रहा गर्म, अंततः 720 मतों के अंतर नूतन सिंह की हुई हार

सहरसा/भार्गव : विधान परिषद पद के लिए मतदान बाद गुरुवार को मतगणना का कार्य कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सम्पन्न हो गया। राजद प्रत्याशी डॉ अजय कुमार सिंह ने अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी निवर्तमान एमएलसी नूतन सिंह को 720 मतो के अंतर से मात देकर सीट छीन लिया। हालांकि राजद प्रत्याशी को आवश्यक जीत का मत दूसरी वरीयता के मतों की गिनती बाद पुरा इसलिए प्रथम वरीयता की गिनती में 151 मतों से आगे चल रहे अजय सिंह समर्थकों चुनाव परिणाम में अटकलों का बाजार गर्म कर दिया कि जीत की घोषणा नहीं की जा रही है।

इससे पूर्व विधान परिषद के लिए चार अप्रैल को प्रमंडल के सहरसा मधेपुरा एवं सुपौल जिले के सभी प्रखंड मुख्यालय में मतदान हुआ था। जिसमें कुल 7789 वोटर थे। 14 प्रत्याशियों के लिए मतदान में 7681 वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जिनमें मुख्य मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार सह पूर्व विधान परिषद नूतन सिंह एवं राजद के प्रत्याशी के रूप में अजय कुमार सिंह के बीच था।

इसके अलावे लोजपा रामविलास से गंगा सगर कुमार उर्फ छत्री यादव, वीआईपी पार्टी से चंदन कुमार, सीपीआईएम के नीतू कुमारी, निर्दलीय के रूप में शैलेंद्र शेखर, अरविंद कुमार शर्मा, अखिता कुमारी, शंभू कुमार शरण, अनिल कुमार सिंह, मुरलीधर प्रसाद सिंह, रामा शंकर प्रसाद सिंह, बलराम मंडल ने अपनी उम्मीदवारी दी थी।

मतगणना को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। जिला स्कूल के रास्ते को आम जनों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया गया। वीर कुंवर सिंह चौक एवं डॉ भीमराव अंबेडकर चौक पर बैरिकेडिंग की गई थी।जहां बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इसके अलावा हॉस्पिटल मोड एवं डीईओ कार्यालय के निकट पुलिस की तैनाती की गई थी।साथ ही जिला स्कूल की ओर आने वाले सभी रास्तों पर पुलिस बल तैनात किए गए थे।

सुबह छह बजे मतगणना कर्मियों ने अपना योगदान दिया एवं आठ बजे सुबह से मतगणना की प्रक्रिया शुरू की गई। जिलाधिकारी आनंद शर्मा मतगणना की प्रक्रिया शुरू होने के समय से ही लगातार मतदान केंद्र पर डटे रहे। इनके अलावा सभी अनुमंडल के अनुमंडल पदाधिकारी भी मतगणना केंद्र में मौजूद रहे। जहां पदाधिकारियों के गहन निगरानी में मतगणना का कार्य शुरू किया गया।

सबसे पहले मतगणना को लेकर 14 टेबुल लगाए गये थे। सभी मत पेटियों के मतों को मिलाकर 50, 50 मतपत्रों के बंडल बनाए गये। इसके बाद अवैध मतों की छटनी की गई एवं पुनः 50, 50 के बंडल बनाए गये। प्रत्येक टेबुल पर मतगणना के लिए 10 मतपत्रों के बंडल दिए गये।

मतगणना के दौरान कुल वोट में 1065 मतपत्र को रद्द कर दिया गया। इन मतपत्रों में विभिन्न तरह की त्रुटि पाई गई।जिसको लेकर मतपत्रों को रद्द किया गया। बचे 6616 मतपत्रों को 50, 50 के बंडल बनाया गया। इन मतपत्रों में 51 प्रतिशत मत प्राप्त करने वाले प्रत्याशी की जीत होनी थी। प्रथम वरीयता में 50 प्रतिशत से अधिक मत प्राप्त नहीं होने की स्थिति में द्वितीय वरीयता की गिनती शुरू की गई।

ये भी पढ़ें : राजद के आंगने में बीजेपी ने याद दिलाया लालू-राबड़ी के जंगलराज का शासन

प्रथम वरीयता के आधार पर मतगणना की गई।जिसमें बीजेपी के प्रत्याशी नूतन सिंह को 2756 मत मिले। जबकि आरजेडी प्रत्याशी को 2907 मत प्राप्त हुए। प्रथम वरीयता के आधार पर राजद प्रत्याशी अजय कुमार सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी नूतन सिंह से 151 मतों से आगे रहेय निर्धारित 51 प्रतिशत मत प्राप्त नहीं होने के कारण द्वितीय वरीयता के मतों की गिनती शुरू की गई। इस बीच चुनाव परिणाम के लिए आरोप प्रत्यारोप का दौड शुरू हो गया। राजद कार्यकर्ता अपने प्रत्याशी के जीत की घोषणा की मांग करते अंबेडकर चौक पर जमा होकर जिला प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी करते धरना पर बैठ गए।

हालांकि दूसरी वरीयता की गिनती बाद जैसे ही आवश्यक मत राजद प्रत्याशी को पूरा हुआ चुनाव परिणाम उसके पक्ष में आ गया लेकिन सभी दूसरी वरीयता के मतों की गिनती जारी रहा। अंततः राजद प्रत्याशी अजय सिंह ने 720 मतों के अंतर से बीजेपी प्रत्याशी नूतन सिंह को मात दे दिया। अजय सिंह को कुल मत 3623 तो बीजेपी प्रत्याशी नूतन सिंह को 2903 मत प्राप्त हुए।

ये भी पढ़ें : एमएलसी चुनाव में 98 प्रतिशत जनप्रतिनिधियों ने किया मतदान

यहां बताते चलें कि इससे पहले भी बलराम सिंह यादव ने भी एमएलसी चुनाव में दूसरी वरीयता के मतों की गिनती में जीत दर्ज किया था। वो पहले वरीयता में पिछड़ गए थे लेकिन दूसरी वरीयता में जीत दर्ज किया था। लेकिन अजय सिंह पहले वरीयता में भी आगे रहे थे और दूसरी वरीयता में भी आगे ही रहे।

कुल वोटर – 7789
पोलिंग – 7656
अमान्य – 1065
लक्ष्य – 3296
मान्य – 6591
अजय सिंह (राजद ) की 720 मतों से जीत
राजद – अजय सिंह – 3623
छत्री यादव – 268
नीतू कुमारी – सीपीआईएम – 137
बीजेपी – नुतन सिंह – 2903
वीआईपी – चंदन कुमार – 180
अनिल सिंह – 71
अरविंद – 21
अखिता कुमारी – 15
मुरली – 142
रामशंकर – 18
शम्भू शरण – 14
शैलेन्द्र शेखर – 7
सोनी कुमारी – 41