हिंदी दैनिक अखबार जागरण के लिए करते थे काम, शोक की लहर
  • गत दिनों बाइक सवार पियक्कड़ ने ठोकर मार गंभीर रूप से कर दिया था जख्मी

सहरसा/भार्गव भारद्वाज : जिले के पतरघट प्रखंड से हिंदी दैनिक अखबार दैनिक जागरण के पत्रकार सह समाजिक कार्यकर्ता कपसिया निवासी पवनदेव सिंह का शनिवार को पटना आईजीएमएस में निधन हो गया। निधन की खबर मिलते ही पत्रकारिता जगत आमजनों में शोक की लहर दौड़ पड़ी।

मालूम हो कि मृतक पत्रकार पवनदेव सिंह चार दिन पहलें सहरसा जाने के दौरान सौर बाजार थाना क्षेत्र के अंतर्गत रजबंधा पूल के समीप सामने से आ रहीं एक नशेड़ी युवक के द्वारा बाइक से ठोकर मारकर जख्मी कर दिया था। जिसमें वो गंभीर रूप से जख्मी हो गए थें। जिन्हें आसपास के लोगों द्वारा इलाज के लिए सहरसा के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

जहाँ डॉक्टर द्वारा प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया था। शनिवार को दिन के लगभग 12 बजे दुनिया को अलविदा कह दिए। मृतक पत्रकार पवनदेव बाबू पतरघट एवं सौर बाजार प्रखंड में करीब चार दशक तक पत्रकारिता के क्षेत्र में काम किए।

ज्ञात हो की पिछलें साल अप्रैल में उनके छोटे पुत्र विकास सिंह की कोविड से मौत दिल्ली में हो गयी थी। पवनदेव सिंह अपने पीछें पत्नी, पुत्र राजेश सिंह चिक्कु दो पुत्री सहित भरा पूरा छोड़ गए। ब्रजेश की बात आनलाइन न्यूज़ चैनल की ओर से पुलिस प्रशासन से मांग करती है कि दोषी बाइक सवार पर अविलंब कार्रवाई करें ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।

पत्रकारों में छाई मायुसी : अनुभवी पत्रकार पवनदेव बाबू के निधन से सभी पत्रकारों में मायुसी व्याप्त है। निधन पर दैनिक भास्कर अखबार के ब्यूरो चीफ और श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष नवीन निशांत, वरिष्ठ पत्रकार अनिल कुमार वर्मा, अजय कुमार, दैनिक प्रभात खबर के ब्यूरो चीफ दिपांकर श्रीवास्तव, दैनिक जागरण ब्यूरो चीफ कुंदन सिंह, जी बिहार झारखंड ब्यूरो चीफ विशाल कुमार, न्यूज़ 18 के ब्यूरो अनुभव कुमार, तापमान पत्रिका के तेजस्वी ठाकुर, सन्मार्ग ब्यूरो चीफ वंदना कुमारी, सुभाष झा, मनोज ठाकुर मृत्युंजय झा, चिरंजीव सिंह , संजय परमार, आशीष झा, पीके महादेव, राजेश कुमार सिंह, रजनीश सिंह, दीपक कुमार सिंह सहित अन्य ने कहा की हम सब अपने मार्गदर्शक अभिभावक को खो दिए।

वहीं पत्रकार वसिष्ठ कुमार, कुमार राजेश, महेन्द्र प्रसाद गुप्ता, एकराम आलम, विनोद सिंह, राजेश कुमार, बिमलेश कुमार, आयुष कुमार, गोपाल कुमार, धर्मेंद्र कुमार, डेरिंग मोनू, कुमोद सिंह आनंद ने कहा कि पवन देव बाबू का इस तरह जाना बहुत दुखद है जिसकी निकट भविष्य में भारपाई संभव नहीं है। उन्होंने बताया की पत्रकारों की समस्या को लेकर वें हमेशा तत्पर रहतें थें।

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