दौराम मधेपुरा से बनमनखी रेलवे स्टेशन के बीच में विद्युतीकरण कार्य का हुआ सीआरएस सफल

बनमनखी से अमृतसर के बीच जनसेवा एक्सप्रेस ट्रेन का फिर से होगा परिचालन

सहरसा / भार्गव भारद्वाज : सहरसा पूर्णिया रेलखंड पर 6 सवारी गाड़ी चलाने सहित अन्य मांगों को लेकर रेल युवा विकास मंच के कार्यकर्ताओं ने जानकीनगर रेलवे स्टेशन पर मधेपुरा से बनमनखी रेलवे स्टेशन के बीच विद्युतीकरण कार्य सम्पन्न होने के बाद हो रहे सीआरएस जांच के स्पेशल ट्रेन को करीब दो घंटे तक रोक दिया।जिन्हें आगे नहीं निकलने देने की जिद पर कार्यकर्ता अड़े रहे।

फिर डीआरएम आलोक अग्रवाल और सीआरएस ए एम चौधरी द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद वे हटे। जिसके बाद सीआरएस बनमनखी के लिए आगे बढ़ी। इस दौरान अप और डाउन लाइन पर दोनों तरफ रेल सेवा बाधित रही। ट्रेन संख्या 15284 जानकी एक्सप्रेस भी ढाई घंटे से अधिक विलंब हुई। इसके अलावा पैसेंजर ट्रेन भी बाधित रही।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मधेपुरा से बनमनखी तक के बीच रेल विद्युतीकरण कार्य पूरा कर लिया गया है। मंगलवार को मधेपुरा से बनमनखी के बीच कमिश्नर ऑफ़ रेलवे सेफ्टी का निरीक्षण होना था। लेकिन जब सीआरएस स्पेशल ट्रेन जानकीनगर रेलवे स्टेशन पहुंची। तो पूर्व से रेल युवा विकास मंच के कार्यकर्ता रेल पटरी पर धरना देकर बैठ गए थे।

वे लोग अभिलंब 6 जोड़ी पैसेंजर ट्रेन चलाने की मांग को लेकर जिद पर अड़े रहे। वही जानकीनगर स्टेशन पर जानकी एक्सप्रेस, हाटे बाजारे एक्सप्रेस ट्रेन, कोशी एक्सप्रेस के ठहराव की भी मांग कर रहे थे। इस दौरान 2 घंटे तक बनमनखी से सहरसा रेलखंड पर ट्रेनों का आवाजाही बाधित रहा। जिसके बाद उनके हटते ही सभी ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ हुआ।

क्या कहते हैं डीआरएम : वही सीआरएस निरीक्षण के बाद वापसी में सहरसा रेलवे स्टेशन पर डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि सहरसा से दौराम मधेपुरा तक विद्युतीकरण का कार्य पूर्व में ही पूरा हो गया था। फिर दौराम मधेपुरा से बनमनखी रेलवे स्टेशन तक नया विद्युतीकरण का कार्य सम्पन्न हुआ था। जिसका सीआरएस निरीक्षण किया गया।

उक्त रेलवे स्टेशन के बीच 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेन चलाई गई। जो पूर्ण रहा। कुछ छोटी-छोटी कमियां दिखाई दी है। सीआरएस के निरीक्षण में जो कमियां दिखाई जाएगी। उसे पूरा कर लिया जाएगा। इसी महीने तक यह पूर्ण कर लिया जाएगा। फिलहाल इलेक्ट्रिक लोको ट्रेन चलाया जाएगा। जो हम डीजल इंजन चलाया करते थे। बनमनखी तक ट्रेन चलाने के लिए डीजल लोको को चेंज करना पड़ता था। अब वह चेंज नहीं करना पड़ेगा।
इससे हमें और अधिक बेनिफिट तब मिलेगा। जब पूर्णिया तक विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण होगा। जिसे भी अगले तीन महीने तक पूरा कर लिया जाएगा।

मधेपुरा से बनमनखी के बीच डेढ़ करोड़ की लागत से हुआ विद्युतीकरण का कार्य संपन्न : मधेपुरा से बनमनखी के बीच हुए विद्युतीकरण कार्य में लगभग डेढ़ करोड़ की लागत लगी है। जो पूरी तरह सफल रहा है।

कोसी और मिथिलांचल के बीच जल्द चलेगी ट्रेन, भेजा गया डिमांड : सहरसा से दरभंगा तक कुछ फॉरमैलिटी बाकी थी। जो नेक्स्ट वीक तक कंप्लीट हो जाएंगे। जब कोई भी सेक्शन खुलता है तो ट्रेन के लिए रिक्वेस्ट करना पड़ता है। अपने हेडक्वार्टर को या रेलवे को। अब सहरसा से दरभंगा के बीच ट्रेन परिचालन के लिए रिक्वेस्ट किया जाएगा। इसके लिए जो भी संभव होगा। वह किया जाएगा। जल्द कोसी से दरभंगा के बीच ट्रेन चालू की जाएगी।

नई ट्रेन चलाने में अभी है परेशानी, पूर्व से संचालित सभी ट्रेनों को फिर से चलाने की हो रही प्रक्रिया : पूर्व से जो ट्रेन यहां चलती थी। उसे सुचारू रूप से चलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। बंद पड़े सभी ट्रेनों को भी फिर से सुचारू रूप से चलाने का प्रयास किया जा रहा है। कोई भी नई ट्रेन चलाने के लिए कई प्रक्रिया होती है। हमें उसके लिए वाशिंग पिट चाहिए। सारी फैसिलिटी होनी चाहिए। इतना आसान नहीं है कि कोई नई ट्रेन एकाएक चला दी जाए। पहले से ही इतनी अधिक ट्रेन चल रही है। उसे सुचारू रूप से चलाने में परेशानी हो रही है। उसे स्थित के संतुलित किए जाने के बाद नई ट्रेन की डिमांड की जाएगी।

बनमनखी से अमृतसर के बीच चलने वाली जनसेवा ट्रेन की भी जल्द शुरू होगा परिचालन : बनमनखी से अमृतसर जाने वाली जनसेवा ट्रेन चलाने के लिए भी रिक्वेस्ट भेजा गया है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही बनमनखी से पुनः अमृतसर के लिए जनसेवा एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन शुरू होगा। चूंकि यह ट्रेन बनमनखी से चलती थी। इसलिए उसमें बहुत अधिक दिक्कत नहीं हो रही थी। वह ट्रेन फिर से चलने में आसानी होगी। मधेपुरा, सहरसा सहित कई इलाके के लोगों को इससे फायदे होंगे।

अगले 10 दिनों के अंदर सहरसा से ललित ग्राम तक चलाई जाएगी ट्रेन : सहरसा से ललित ग्राम का सीआरएस तो हो चुका है। अगले 10 दिनों के अंदर ललित ग्राम तक ट्रेन चलाई जाएगी। अनुमति मिली है।

पटना से देर रात सहरसा के लिए ट्रेन चलाने में अभी है दिक्कत : देर रात पटना से आने वाली ट्रेन के लिए अभी कैपेसिटी नहीं है। लेकिन डिमांड भेजा गया है। उम्मीद की जा रही है देर रात पटना से भी जल्द ही ट्रेन चलाई जाएगी।

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