पिता-पुत्र के ड्योढी स्थित आवास में एनडीए व महागठबंधन का अलग अलग शक्ति प्रदर्शन
  • 6 मार्च को महागठबंधन ने तो 26 मार्च को एनडीए ने दिखाई अपनी एकजुटता

ब्रजेश भारती – सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) बिहार में विधान परिषद चुनाव को लेकर गहमगाहमी बनी हुई है। प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार भी जोर – शोर से जारी है। इस चुनाव प्रचार के बीच कई दिलचस्प तश्वीर सामने आ रही है। जिसमे इनदिनों सिमरी बख्तियारपुर का एक मामला चर्चाओं में है।

 

सहरसा जिला अंतर्गत सिमरी बख्तियारपुर के ड्योढ़ी में इन दिनों एनडीए और महागठबंधन का प्रचार – प्रसार एक ही परिसर में चल रहा है। सिमरी बख्तियारपुर निवासी खगडिया के सांसद चौधरी महबूब अली कैशर जहां एनडीए के प्रचार में लगे है तो उनके पुत्र सिमरी बख्तियारपुर विधायक यूसुफ सलाउद्दीन महागठबंधन के उम्मीदवार के लिए वोटरों को रिझा रहे है।

वर्तमान में सांसद चौधरी महबूब अली कैशर पशुपति पारस के लोजपा में है। वही उनके पुत्र राजद से सिमरी बख्तियारपुर में विधायक है। बीते दिनों 6 मार्च को सिमरी बख्तियारपुर स्थित ड्योढ़ी में राजद विधायक ने टेंट – शामियाना के नीचे महागठबंधन प्रत्याशी अजय सिंह को जनप्रतिनिधियों से वोट देने की अपील की।

6 मार्च को महागठबंधन प्रत्याशी के पक्ष में ड्यूढी स्थित आवास पर बोलते राजद विधायक

वही ठीक बीस दिन बाद 26 मार्च को एनडीए प्रत्याशी नूतन सिंह के प्रचार के लिए एमपी चौधरी महबूब अली कैशर ने ड्योढ़ी में सभा की। जिसमे बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार सिंह भी मौजूद थे। दोनो पार्टियों के बैठक में एक चीज जो बड़ी मजेदार रही कि दोनों बैठकों में कई जनप्रतिनिधि ऐसे दिखे जो पिता सांसद और पुत्र विधायक दोनो के कार्यक्रम में शामिल रहे।

मंत्री ने याद दिलाया राजद का शासनकाल : शनिवार को सिमरी बख्तियारपुर स्थित ड्योढ़ी में विधान परिषद प्रत्याशी नूतन सिंह के प्रचार सभा मे बिहार सरकार में मंत्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में राजद के शासनकाल में जनप्रतिनिधियों का सम्मान और अभी के शासनकाल में जनप्रतिनिधियों के सम्मान में अंतर है। अभी सम्मान में बढ़ोतरी हुआ है। पहले जनप्रतिनिधि का हत्या हो जाता था तो लाश उठाने वाला कोई नही मिलता था। ये स्थिति थी। अब बिहार में सुशासन स्थापित है। अब राज्य में कानून व्यवस्था दुरुस्त है। अब हमने जनप्रतिनिधि का सम्मान बढ़ाने का काम किया।

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