शिक्षक दम्पत्ति पुत्र के घर पहुंचने पर नाना नानी सहित परिजनों ने जताया खुशी
  • बोले अनुराज युनिवर्सिटी से बस का भांडा देकर पहुंचे रोमानिया बार्डर

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) ब्रजेश भारती : रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध के बीच यूक्रेन से ऑपरेशन गंगा के तहत भारत सरकार द्वारा छात्रों को भारत लाने का सिलसिला लगातार जारी है।इसी कड़ी में सिमरी बख्तियारपुर अंतर्गत सैनी टोला निवासी ललन कुमार के पुत्र अनुराग आनंद मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। दिल्ली से बिहार सरकार द्वारा फ्लाइट से पटना और सरकार द्वारा उपलब्ध वाहन से सिमरी बख्तियारपुर पहुंचे। सिमरी बख्तियारपुर पहुंचने के उपरांत अनुराग का स्वागत गुलदस्ता देकर बीडीओ अमित कुमार ने किया।

इस मौके पर बीडीओ ने कहा कि यूक्रेन में फंसे जिलेवासियों के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह तत्पर है।वही यूक्रेन से लौटे अनुराग ने बताया कि वह वर्ष 2020 के दिसंबर में यूक्रेन के विनिथिया में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए थे।बीते कुछ दिनों से वहां के हालात खराब होने पर उन्होंने देश लौटने का प्रयास शुरू कर दिया था।जिसके बाद भारत सरकार द्वारा एडवाइजरी जारी कर नजदीकी बॉर्डर आने को कहा गया।इसके बाद बस के द्वारा रोमानिया बॉर्डर को रवाना हुए। बस वालों ने दो हजार यूक्रेन क्रेन्सी लिया। हालांकि बार्डर के बाद कोई खर्च नहीं लगा।

बस और उसके बाद लगभग छह किलोमीटर पैदल चलने के उपरांत वह रोमानिया बॉर्डर पहुंचे। बॉर्डर पर भीषण ठंड में लगभग 7 घंटे खड़े रहने के बाद उन्होंने बॉर्डर क्रॉस किया और विशेष विमान से भारत रवाना हुए। अनुराग ने बताया कि काफी परेशानी और दिक्कतों का सामना कर वह भारत पहुंचे है।यूक्रेन में धमाकों की आवाज से पल – पल घिरे होने के कारण देश की धरती पर आते ही उन्हें सुकून मिला। इस मौके पर रमा देवी, शिवचंद्र यादव, अभिषेक कुमार, अभी आर्यन सहित अन्य मौजूद थे।

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