जलई ओपी प्रभारी संजीव कुमार व सलखुआ थानाध्यक्ष अनिल सिंह लाइन हाजिर
  • एसपी लिपि सिंह ने कई पुलिस पदाधिकारियों का किया तबादला

सहरसा से V & N की रिपोर्ट : हाल के दिनों में सहरसा पुलिस के लिए साख पर बट्टा लगाने वाले कुछ थानाध्यक्ष पर लेडी सिंघम एसपी लिपि सिंह ने कार्रवाई करते हुए लाइन हाजिर कर दिया है। जिनमें सलखुआ व जलई ओपी प्रभारी शामिल हैं। वहीं विवादों में आए सोनवर्षा कचहरी प्रभारी को भी बदल दिया गया है।

एसपी के गोपनीय शाखा से हो रही प्राप्त जानकारी के अनुसार सलखुआ के नए थानाध्यक्ष के रूप में तेज तर्रार दरोगा डीआईजी कार्यालय में पदस्थापित द्रवेश कुमार को कमान सौंपी गई है। वहीं सोनवर्षा कचहरी में शुशील मरांडी को कमान सौंपी गई है। वहीं जलई ओपी में सोनवर्षा कचहरी के निवर्तमान थानाध्यक्ष संजय दास को भेजा गया है।

इसके अलावा सअनि सिकंदर यादव को सौरबाजार थाना, कमलाकांत तिवारी को बिहरा थाना में पदस्थापित किया गया है। उपरोक्त सभी पदाधिकारियों को 24 घंटे के अंदर योगदान देकर सूचित करने का निर्देश दिया गया है।

प्रेसवार्ता में एसपी लिपि सिंह, मीडिया को संबोधित करते हुए

इसके अलावे एसपी लिपि सिंह ने जलई ओपी प्रभारी संजीव कुमार एवं सलखुआ थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह व मुंसी संजय पासवान पर कार्रवाई की है। संजीव कुमार को लाइक हाजिर करते हुए विभागीय कार्रवाई करते हुए जांच के आदेश दिए गए हैं। जबकि अनिल कुमार सिंह व मुंसी संजय पासवान पर डीएसपी के जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए लाइन हाजिर किया गया है।

यहां बताते चलें कि जलई ओपी प्रभारी संजीव कुमार पर हाल के दिनों में निजी बैंक कर्मी से हुई लूट की घटना में लापरवाही बरती गई थी। अपने क्षेत्र में घटना नहीं होने सहित लेट से एफआईआर दर्ज करने का भी आरोप लगा था। हालांकि बाद में एसपी लिपि सिंह खुद केस को हेन्डल कर ना सिर्फ मामले का उद्भेदन किया बल्कि इस मामले में बदमाशों को गिरफ्तार कर लूट की राशि भी बरामद कर बदमाशों को सलाखों के पीछे भेज दिया।

द्रवेश कुमार

वहीं सलखुआ थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह कुछ दिनों से कई मामलों को लेकर चर्चा में थे। गोरदह भूमि विवाद, महेश्वरी यादव हत्याकांड सहित कई ऐसे मामले थे जो पुलिसिया कार्रवाई पर संदेश उत्पन्न कर दिया था। हालांकि अनिल सिंह व संजय पासवान पर कार्रवाई डीएसपी के जांच रिपोर्ट पर की गई है।

वहीं अगर बात करें सोनवर्षा कचहरी प्रभारी के संबंध में तो उनका तबादला की वजह गत दिनों जमानत पर रहे एक व्यवसायी पर कथित तौर पर पिटाई कर हिरासत में ले लेना बताया जा रहा है। इस मामले में व्यवसायियों ने बाजार बंद कर कार्रवाई की मांग की थी। अब देखने वाली बात होगी कि जिन लोगों को जिम्मेदारी दी गई है वह कितना अपने जिम्मेदारी को निर्वहन करने में सफल होते हैं।