सहरसा (saharsa) जिला अखिल भारतीय साहित्य परिषद के वर्तमान में अध्यक्ष थे दिवंगत डॉ शर्मा

सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) Brajesh Bharti. अखिल भारतीय साहित्य परिषद (Akhil Bharatiya Sahitya Parishad) बिहार ईकाई के पूर्व उपाध्यक्ष सह वर्तमान जिलाध्यक्ष सहरसा सह जाने माने होमियोपैथिक चिकित्सक Simri bakhtiyarpur सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के भटौनी गांव निवासी डॉ गोविंद प्रसाद शर्मा का निधन शुक्रवार को उनके पैतृक आवास पर हो गया। उनका जन्म 15 जनवरी 1945 को भटौनी गांव में हुआ था। वो करीब 77 वर्ष के थे। उनका died निधन साहित्य के क्षेत्र में बड़ी क्षति मानी जा रही है।

परिवार के लोगों ने बताया कि वे पिछले 20 दिनों से बीमार चल रहे थे। वो अपने पीछे भरा पुरा परिवार छोड़ चल बसे। डॉ जोशी के निधन पर पूर्व जिप उपाध्यक्ष रितेश रंजन ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ जीपी शर्मा एक सामाजिक कार्यकर्ता के साथ – साथ हर दिल अजीज मृदुभाषी लोग थे। साहित्य के साथ साथ Homeopathic medicine होमियोपैथिक चिकित्सा के क्षेत्र में हमेशा लोगों की सेवा करते रहते थे। उनके निधन से हम सभी मर्माहत है।

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टैगोर पब्लिक स्कूल के प्राचार्य प्रमोद भगत ने कहा कि अखिल भारतीय साहित्य परिषद में उनके द्वारा दिए गए योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है‌। वे हंसमुख एवं कर्तव्यनिष्ठ व्यक्तित्व के स्वामी थे। हम लोगों ने एक अभिभावक को खो दिया है। जाने माने कवि मुख्तार आलम ने कहा कि आज सहरसा ही नहीं पुरे प्रदेश के लिए लिए शोक का दिन है। जी पी शर्मा के दिए गए योगदान को साहित्य क्षेत्र कभी भुला नहीं सकता है। शोक व्यक्त करने वालो में नरेंद्र कुमार राठौर, कमलेश्वरी बढ़ई, श्रवण कुमार भगत, सुरेंद्र प्रसाद, गोपाल शर्मा, अनिल कुमार आदि ने शामिल थे।

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