प्रथम फेज में पौने चार लाख लोगों की हुई जांच, 12 लोगों की हुई थी मौत, 6867 लोग हुए थे संक्रमित
  • 28 दिन सहरसा जिला रहा कोरोना मुक्त, वर्तमान में 151 है पॉजिटिव मरीज, एक की हुई मौत

सहरसा : जिले में कोरोना संक्रमण में अप्रत्याशित वृद्धि के संदर्भ में प्रशासनिक तैयारियां एवं चल रहे कोविड टीकाकरण के संबंध में जिलाधिकारी कौशल कुमार ने शुक्रवार को सहरसा जिला से संबंधित सांसदों, राज्य सभा सदस्य प्रो मनोज कुमार झा, खगडि़या के सांसद महबूब अली कैसर, सहरसा एमएलए आलोक रंजन, महिषी गुंजेश्वर साह एवं सिमरी बख्तियारपुर के विधान सभा सदस्य मो० युसूफ सलाहउद्दीन के साथ अपने कार्यालय कक्ष से वर्चुअल बैठक की।

जिलाधिकारी ने सहरसा जिला में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के संदर्भ में जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों एवं कारवाई के संबंध में उपरोक्त सभी सांसद गण एवं विधायकगण को प्रजेंटेसन के माध्यम से अद्यतन स्थिति के संबंध में अवगत कराया।

उन्होंने कहा कि सहरसा जिला में कोरोना संक्रमण के प्रथम फेज में पहला जाँच हेतु सेम्पल 23 मार्च 2020 को लिया गया था। 23 मार्च 2020 से 08 मार्च 2021 तक कुल-3,72,413 सैम्पल की जाँच की गई। जाँच के आधार पर प्रथम फेज में 6,867 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गये, आइसोलेशन के उपरांत 6855 पॉजिटिव व्यक्ति रिकवर कर गये। इस दरम्यान कोरोना संक्रमण से 12 व्यक्तियों की मृत्यु हुई जिनके आश्रितों को अनुग्रह अनुदान की राशि उपलब्ध करा दी गई।

इस प्रकार 09 फरवरी 2021 तक शत प्रतिशत कोरोना संक्रमित व्यक्ति रिकवर कर गये और 09 फरवरी 2021 को सहरसा जिला कोरोना संक्रमण मुक्त जिला बना। 10 फरवरी 2021 से 08 मार्च 2021 तक शून्य कोरोना पॉजिटिव की स्थिति रही लेकिन इस अवधि में 11287 सेम्पल की जाँच की गई।

कोरोना संक्रमण के दूसरी फेज के अंतर्गत 09 मार्च 2021 को पहला पॉजिटिव मामला प्रकाश में आया। अबतक 38,857 सेम्पल की जाँच की गई है जिसके आलोक में 175 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए। उक्त में से 21 पॉजिटिव रिकवर कर गये और 02 पॉजिटिव को बेहतर ईलाज के लिए रेफर किया गया। साथ हीं नब्बे वर्ष की एक महिला की कोरोना संक्रमण से मृत्यु प्रतिवेदित की गई है। वर्तमान में 151 सक्रिय पॉजिटिव जिले में हैं और होम आइसोलेशन में उन्हें चिकित्सीय परामर्श एवं दवाएं उपलब्ध कराते हुए नियमित रूप से उनसे फीडबैक प्राप्त किया जा रहा है।

08 मार्च 2021 से अबलतक हुए 38857 सैम्पल जाँच में एन्टीजन कीट के माध्यम से 16959 आर.टी.पी.सी.आर., 20399 एवं ट्रुनेट से 699 सेम्पल की जाँच की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि आर.टी.पी.सी.आर. के माध्यम से अधिक से अधिक संख्या में सेम्पल जाँच के निर्देश दिये गये हैं। होली पर्व के बाद अन्य राज्यों से आने वाले लोगों का रेलवे स्टेशन एवं स्वास्थ्य संस्थानों पर जाँच की जा रही है। संक्रमण के 80 से 90 प्रतिशत मामले होली पर्व के बाद पिछले 7 से 8 दिनों के अंदर मिले हैं।

समुदाय में संक्रमण फैल चुका है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सदर अस्पताल एवं मोबाइल टीम के माध्यम से कुल-16 केन्द्रों पर अधिक से अधिक संख्या में जाँच के निर्देश दिये गये हैं। सहरसा जिला में कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा हॉट स्पॉट क्षेत्र नगर परिषद क्षेत्र है जहाँ वर्तमान में 96 सक्रिय पॉजिटिव मामले है। गाँधी पथ, डी.बी.रोड, कायस्थ टोला, न्यू कालोनी, नगर परिषद, सहरसा क्षेत्र में हॉट स्पॉट बने हुए हैं लेकिन संक्रमण के मामले लगभग सभी वार्डों में है।

कहरा ग्रामीण क्षेत्र में 22 सक्रिय पॉजिटिव मामले हैं साथ हीं जिले के अन्य प्रखंड क्षेत्रों में पॉजिटिव मामले प्रकाश में आए है। हॉट स्पॉट क्षेत्र के एस.ओ.पी. के तहत कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग करते हुए जाँच की जा रही है।पॉजिटिव केस के आस-पास के 4-5 घरों को मिलाकर कन्टेनमेंट जोन बनाया गया है जहाँ सतत् मॉनिटेरिंग की जा रही है।

सक्रिय पॉजिटिव मामलों के आधार पर कुल-28 कन्टेनमेंट जोन बनाये गये जिसमें 23 शहरी क्षेत्र एवं 5 ग्रामीण क्षेत्र में है। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दूसरे फेज में दो नये ट्रैंड देखने को मिल रहे हैं जिसमें बिना लक्षण वाले ए. सिमटोमेटिक मामलों से भी ज्यादा तीव्र गति से संक्रमण बढ़ रहा है, लगभग छः गुणा तेजी से जैसा कहा जा रहा है उसे व्यवहारिक रूप में पा रहे हैं। दूसरा ट्रेंड इस बार 20 से 40 आयुवर्ग के लोगों में ज्यादा संक्रमण के मामले प्राप्त हो रहे है वर्तमान में 95 पॉजिटिव मामले इसी आयुवर्ग के हैं।

सांसद चौधरी महबूब अली कैसर

जिलाधिकारी ने टीकाकरण के संदर्भ में बताया कि युद्धस्तर पर टीकाकरण का कार्य किया रहा है। 16 जनवरी 2021 से आरंभ टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत अबतक कुल-62624 व्यक्तियों को प्रथम डोज दिये गये हैं। वहीं 7726 व्यक्तियों को दूसरे डोज का टीकाकरण किया गया है। वृद्धावस्था पेंशन के सभी लाभार्थियों को अभियान के अंतर्गत टीकाकरण से आच्छादित करने का कार्य किया जा रहा है। नये गाइड लाइन के अनुसार 45 वर्ष से उपर आयु के व्यक्तियों को 01 अप्रैल 2021 से टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है।

45 वर्ष से उपर आयु के व्यक्तियों के 3 लाख 50 हजार टीकाकरण का लक्ष्य है। अबतक 14 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण किया गया है। सदर अस्पताल, पी.एच.सी., सी.एच.सी, निजी अस्पताल, स्वास्थ्य केन्द्र, पंचायत, विद्यालयों आदि स्थानों पर स्थित कुल-46 सेसन साइटस के माध्यम से टीकाकरण का कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। माइक्रोप्लान के अनुसार पंचायतवार रोस्टर बनाकर पंचायत स्तर पर टीकाकरण कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। अधिक से अधिक संख्या में लोगों को टीकाकरण का लक्ष्य है।

जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के विगत अनुभव के आधार पर हम केवल टीकाकरण कार्य पर हीं निर्भर नहीं रह सकते हैं। समुदाय में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मास्क के उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग आदि के लिए अभियान चलाये जा रहे हैं। पूरे जिले में 33 प्वाइंट पर मास्क एवं वाहन चेकिंग अभियान चलाये जा रहे हैं। शहरी क्षेत्र में 90 प्रतिशत तक इसका पालन किया जा रहा है लोगों में जागरूकता के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। शत प्रतिशत टेस्टिंग कराने का लक्ष्य है। सभी पंचायतों में टीकाकरण साइट का सृजन कर टीकाकरण को व्यापक स्तर पर ले जाने का प्रयास किये जा रहे हैं।

ए.एन.एम. की कमी को देखते हुए बाहर से ए.एन.एम. की सेवा प्राप्त की जा रही है। रेलवे स्टेशन पर भी सघन जाँच कार्य कराने के निर्देश दिये गये हैं। सभी पंचायत जन प्रतिनिधियों एवं नगर पार्षदों से बैठक कर इस मुहिम में सहयोग का अनुरोध किया गया था जिसका अच्छा प्रभाव पड़ा है। जन प्रतिनिधियों के सहयोग से टीकाकरण कार्य में तेजी आई है। दियारा क्षेत्र में भी गांव स्तर पर टीकाकरण साइट के माध्यम से टीकाकरण किये जाएंगे।

नगर परिषद क्षेत्र में अधिक से अधिक टीकाकरण साइट का सृजन कर लक्षित व्यक्तियों के शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य है। 200 बेड का पारा मेडिकल कॉलेज में कोविड केयर हास्पिटल का सेटअप तैयार कर लिया गया है। आवश्यकता पड़ने पर परीक्षा भवन में 200 बेड और तैयार कर लिये जाएंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि आशा है कि पूर्व की भांति जन प्रतिनिधियों एवं जन सहयोग से सभी को प्रतिलक्षित करते हुए संक्रमण को कम करने में सफल होंगे।

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राज्य सभा सदस्य प्रो मनोज कुमार झा ने सुझाव दिया कि रेलवे स्टेशन पर सकारात्मक पहल करते हुए आने वाले यात्रियों की सघन जाँच की व्यवस्था की जाय। साथ हीं जिले में प्रवेश के मुख्य प्वाइंट पर भी जाँच की व्यवस्था की जानी चाहिए। आर.टी.पी.सी.आर. टेस्ट को और अधिक बढ़ाये जाने की जरूरत है। उन्होंने 20 से 40 आयुवर्ग में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी आयुवर्ग के लिए टीकाकरण हेतु जिला प्रशासन को बिहार सरकार से अनुरोध करने का सुझाव दिया।

उन्होंने होम आइसोलेशन में रहने वाले पॉजिटिव मरीजों के नियमित मॉनिटेंरिंग करने को कहा। जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि सहरसा रेलवे स्टेशन पर अधिक से अधिक टेस्टिंग कराये जाने के प्रयास किये जाएंगे। साथ हीं सिमरी बख्तियारपुर एवं कोपरिया रेलवे स्टेशन पर भी जाँच की व्यवस्था के प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों में जागरूकता देखी जा रही है वे स्वयं जाँच के लिए आगे आ रहे हैं। साथ हीं उन्होंने कहा कि आर.टी.पी.सी.आर. के माध्यम से अधिक से अघिक सेम्पल लेने के प्रयास किये जाएंगे। होम आइसोलेशन में रहने वाले की क्लोज मोनिटेरिंग की जा रही है और उनकी कान्सिलिंग भी की जा रही है।

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खगडि़या सांसद महबूब अली कैसर ने कहा कि जाँच में तेजी लाने की जरूरत है। 20-40 आयुवर्ग के सभी लोगों के टीकाकरण हेतु प्रस्ताव भेजें। मास्क पहनने को लेकर अभियान चलाएं और इसे सुनिश्चित कराएं। जिलाधिकारी ने कहा कि 20-40 आयुवर्ग के व्यक्तियों के भी टीकाकरण हेतु स्वास्थ्य विभाग को अनुरोध पत्र भेजे जाएंगे।

कला संस्कृति एवं युवा विभाग मंत्री -सह- सहरसा विधान सभा सदस्य आलोक रंजन ने अधिक से अधिक टीकाकरण करने पर जोर देते हुए कहा कि ए.एन.एम. की संख्या बढ़ाकर इसे क्रियान्वित कराएं। साथ हीं उन्होंने ज्यादा से ज्यादा जाँच कार्य पर बल दिया।