शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में निश्चय टू योजना के तहत क्रियान्वित होंगी योजना
डेस्क : ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में शवदाह की बढ़ती समस्या और प्रदूषण के खतरे के निदान के लिए सरकार ने शहरों के अलावा सभी महत्वपूर्ण नदी घाटों पर विद्युत शवदाहगृह सहित मोक्षधाम स्थापित करने की रणनीति बनाया है। इन शवदाह गृ़ह में काफी कम खर्च पर शव का दाह संस्कार संपन्न हो सकेगा।
निश्चय टू के तहत इस योजना को कार्यरूप देने के लिए सरकार ने तैयारी प्रारंभ कर दिया है। इसके लिए जिला प्रशासन से प्रतिवेदन मांगा गया है। इस योजना को धरातल पर उतरने से पिछड़े कोसी क्षेत्र के गरीब लोगों को अपने मृत परिजन के दाह संस्कार की समस्या का निदान होगा।
प्रदूषण समस्या का भी होगा समाधान : दाह संस्कार की सुविधा नहीं रहने के कारण जहां- तहां लावारिस तरीके से फेके जा रहे लाश के कारण प्रदूषण की समस्या गहरा रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा इसके लिए लगातार सरकार को नोटिस जारी किया जाता रहा है। कबीर अंत्येष्ठि की राशि से सही तरीके से दाह संस्कार करना भी कठिन होता है।
विद्युत शवदाहगृह में इसी राशि से शव का दाह संस्कार हो सकेगा। और प्रदूषण समस्या का भी निदान होगा। जिला मुख्यालयों में नगर विकास विभाग द्वारा विधायक योजना से मुक्तिधाम का निर्माण तो कराया गया, परंतु आवश्यक सुविधाओं के अभाव में यहां दाह संस्कार में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
नदी घाटों तक पहुंचेगा संपर्क पथ : सभी महत्वपूर्ण नदी घाटों पर विद्युतशवदाह गृह सहित मोक्षधाम की स्थापना से कोसी क्षेत्र के सुदूर ग्रामीण इलाके में भी दाह संस्कार की समस्या दूर होगी। इन नदी घाटों तक पहुंचने के लिए मनरेगा व अन्य योजनाओं से संपर्क पथ भी तैयार किया जाएगा, ताकि यहां आवागमन में भी किसी प्रकार की समस्या नहीं हो सके।
सभी शहरों व महत्वपूर्ण नदी घाटों पर विद्युतशवदाह गृह सहित मोक्षधाम बनाए जाने की सरकार की योजना है। विद्युत शवदाहगृह निर्माण से दाह संस्कार की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी। – राजेश कुमार सिंह, डीडीसी